भूकंप से असंम समेत पूर्वोत्तर के कई राज्य कांपे, किये गए तेज झटके महसूस
सोनितपुर: असम समेत पूर्वोत्तर के कई हिस्से बुधवार तड़के भूकंप के तेज झटकों से कांप गए. एक के बाद एक भूकंप के 7 झटके लगे. भूकंप का पहला झटका असम के सोनितपुर में सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर आया. रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.4 रही, जिससे पूर्वोत्तर के राज्य में बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ.
असम के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने कहा, ‘असम में बड़ा भूकंप आया है. मैं सबके सुरक्षित होने के लिए प्रार्थना करता हूं. सभी लोग अलर्ट रहें. सभी जिलों से जानकारी ली जा रही है.’
अधिकारियों ने बताया कि भूकंप के झटके पड़ोसी राज्य मेघालय और पश्चिम बंगाल के उत्तरी हिस्सों समेत पूरे क्षेत्र में महसूस किए गए. भूकंप सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर सोनितपुर जिले में आया.
आरएमसी (के डिप्टी डायरेक्टर संजय ओ’नील शॉ ने बताया कि सुबह सात बजकर 51 मिनट पर आया पहला भूकंप 6.4 तीव्रता का दर्ज किया और उसका केंद्र असम में सोनितपुर जिले के जिला मुख्यालय तेजपुर से 43 किलोमीटर पश्चिम में था. इसके बाद सुबह आठ बजकर तीन मिनट, आठ बजकर 13 मिनट, आठ बजकर 25 मिनट, आठ बजकर 44 मिनट पर 4.7, 4 और दो बार 3.6 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए.
इसके बाद राज्य के नगांव जिले में दस बजकर पांच मिनटर पर 3.2 तीव्रता का भूकंप का झटका महसूस किया गया. इसके कुछ देर बाद 10 बजकर 39 मिनट पर तेजपुर में 3.4 तीव्रता के भूकंप का एक और झटका महसूस किया गया.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट किया, ‘असम में आए भूकंप को लेकर मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल से बात की. उन्हें केंद्र की तरफ से पूरी मदद का भरोसा दिया. मैं असम के लोगों के सुरक्षित होने की प्रार्थना करता हूं.’
गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कहा, ‘भूकंप के बाद जो हालात असम में बने हैं, उसको लेकर सीएम सोनोवाल से बात की. केंद्र सरकार असम के भाइयों-बहनों के साथ है. लोगों की सुरक्षा और अच्छे होने के लिए प्रार्थना करता हूं.’
अधिकारियों ने कहा कि इलाके के ज्यादातर हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए गए. लोग घबराहट में अपने घरों और अन्य जगहों से बाहर निकल आए. सोनितपुर के जिला मुख्यालय तेजपुर, गुवाहाटी और कई अन्य इलाकों में कई बिल्डिंगों में दरारें आ गई हैं. हालांकि अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं आई है. लेकिन घबराहट की वजह से घर से बाहर निकलकर भागने के दौरान कई लोगों को मामूली चोटें आई हैं.
इसके अलावा दिसपुर हॉस्पिटल, अपोलो क्लिनिक, डाउन टाउन हॉस्पिटल और एक्सेलकेयर हॉस्पिटल जैसे स्वास्थ्य देखभाल केंद्रों में भी नुकसान हुआ. नगांव में एक बहुमंजिला इमारत झुक गई जिससे लोगों के बीच घबराहट पैदा हो गई. राज्य में कई मकानों, अपार्टमेंट इमारतों और शॉपिंग मॉल्स में भी दरारें आ गई. कई वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए.
ढेकियाजुली के विधायक अशोक सिंघल ने जमीन में दरारें पड़ने और उनमें से पानी निकलने की तस्वीरें ट्वीट की है. हालांकि अभी इनकी पुष्टि नहीं की जा सकी है. शिलॉन्ग में भूकंप के झटकों से लोग उठ खड़े हुए और डर से कई लोग अपने घरों से बाहर निकलने लगे.
एक अधिकारी ने बताया कि मेघालय में किसी नुकसान की कोई खबर नहीं है. हालांकि भूकंप के ये झटके पिछले कुछ वर्षों में आए सबसे जबरदस्त झटकों में से एक हैं. उन्होंने बताया कि इतनी तीव्रता के झटके आखिरी बार मार्च-अप्रैल 2016 में आए थे.
अधिकारियों ने बताया कि अरुणाचल प्रदेश में भी भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए. राज्य की राजधानी ईटानगर और पूर्वी केमेंग जिले में कुछ इमारतों में दरारें आ गई हैं.
अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने ट्वीट किया, ‘असम, अरुणाचल प्रदेश और पूर्वोत्तर में आज सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए. मैं हर किसी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं. कृपया सभी अपनी और अपने प्रियजन की सुरक्षा सुनिश्चित करें. स्थिति पर तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और डॉक्टर जितेंद्र सिंह का आभार.’
अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल में जलपाईगुड़ी, अलीपुरद्वार, कूचबिहार और दार्जीलिंग जिले के कुछ हिस्सों में भूकंप के जबरदस्त झटके महसूस किए गए लेकिन कोई बड़े नुकसान की खबर नहीं है.