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बच्चो के लिए बहुत ही खतरनाक हो सकती है कोरोना की तीसरी लहरनई

दिल्ली: देश में कोरोना की दूसरी लहर का प्रकोप जारी है. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, दूसरी लहर में देश के युवा ज्यादा संक्रमित हो रहे हैं. जबकि इससे पहले पिछले साल आई पहली लहर के दौरान कोरोना संक्रमण ने बुजुर्गों को अपनी चपेट में लिया था. अब कुछ एक्सपर्ट के मुताबिक यह माना जा रहा है कि जुलाई में कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है और वह छोटे बच्चों के लिए ज्यादा खतरनाक साबित होगी. इस दौरान 12 साल से कम उम्र के बच्चे वायरस के प्रकोप से सबसे अधिक संक्रमित हो सकते हैं.
मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार, कोरोना वायरस की तीसरी लहर की शुरुआत भी महाराष्ट्र से ही होने वाली है. हालांकि, अभी इस बात को लेकर एक्सपर्ट की एक राय नहीं बन पाई है कि यह कब से शुरू होगी. लेकिन ऐसा माना जा रहा है कि तीसरी लहर जुलाई से सितंबर में शुरू हो सकती है जो बच्चों को ज्यादा प्रभावित करेगी.

विशेषज्ञों ने महाराष्ट्र सरकार को सलाह दी है कि जुलाई में तीसरी लहर का दौर शुरू हो सकता है और यह पहली दो लहरों की तुलना में बच्चों को सबसे अधिक प्रभावित कर सकती है. ऐसे में तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए महाराष्ट्र में सरकारी स्तर पर अभी से ही तैयारी शुरू कर दी गई हैं. बृहन मुंबई म्युनिसिपल कॉरपोरेशन शिशु कोविड केयर फैसिलिटी स्थापित करने की योजना बना रहा है, ताकि तीसरी लहर के दौरान संक्रमित बच्चों का अच्छे से और समय पर इलाज किया जा सके. बता दें कि महाराष्ट्र में बाल चिकित्सा वार्ड स्थापित करने का फैसला विशेषज्ञ चेतावनियों के मद्देनजर लिया गया है.
बीएमसी अधिकारियों के मुताबिक, मुंबई के गोरेगांव स्थित जंबो कोविड सेंटर में 12 साल से कम उम्र के बच्चों के लिए एक बाल चिकित्सा कोविड वार्ड अगले दो महीनों में बनकर तैयार हो जाएगा. इसमें करीब 700 बेड होंगे, जिनमें से 300 बच्चों का इलाज किया जा सकेगा. इसके साथ ही, इस सेंटर में नवजात बच्चों के लिए 25 बेड की क्षमता वाली एनआईसीयू यूनिट और पीआईसीयू भी स्थापित किया जाएगा.

 

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