महाकुंभ का दूसरा अमृत स्रान शुरू(महाकुंभ )
मौनी अमावस्या : महाकुंभ (महाकुंभ ) का दूसरा अमृत स्नान आज है। मौनी अमावस्या के दिन किया जाने वाला यह स्नान धार्मिक दृष्टि से बेहद अमह माना जा रहा है। आज के दिन सूर्य-बुध और चंद्रमा मकर राशि में त्रिग्रही योग भी बना रहे हैं। ऐसे में महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के दिन डुबकी लगाने से भक्तों को कई शुभ परिणाम प्राप्त होंगे। स्नान के बाद दान-पुण्य और मौन व्रत रखना भी आज के दिन धार्मिक दृष्टि से कल्याणकारी है।
मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर श्रद्धालु लगा रहे पवित्र डुबकी
मौनी अमावस्या के दूसरे अमृत स्नान पर संगम घाट पर श्रद्धालु आस्था की डुबकी लगा रहे हैं।
महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर पहुंचे अमृत स्नान के लिए
त्रिवेणी घाट पर अमृत स्नान के लिए महानिर्वाणी अखाड़े के महामंडलेश्वर पहुंच गए हैं। उनके साथ अखाड़े के अन्य साधु और उनके भक्त भी त्रिवेणी घाट में डुबकी लगाएंगे।
महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के दिन ब्रह्म मुहूर्त
मौनी अमावस्या के दिन किए जाने वाले महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान पर ब्रह्मा मुहूर्त सुबह 5 बजकर 30 मिनट से 6 बजकर 21 मिनट तक रहेगा। इस दौरान स्नान और दान करने को हिंदू धर्म में विशेष माना जाता है। ब्रह्म मुहूर्त के स्नान से आपको देवी-देवताओं और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
अटल अखाड़ा ‘अमृत स्नान’ की तैयारी में जुटा
श्री शंभू पंचायती अटल अखाड़ा के नागा साधु मौनी अमावस्या के पवित्र अमृत स्नान की तैयारी में लगे हैं।
मकर संक्रांति से अब तक 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु लगा चुके हैं डुबकी
महाकुंभ की शुरुआत 13 जनवरी के दिन पूर्णिमा के स्नान से हुई थी। तब से अब तक प्रयागराज के पवित्र त्रिवेणी घाट में 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं।
महानिर्वाणी अखाड़ा अमृत स्नान के लिए बढ़ रहा है आगे
मौनी अमावस्या के शुभ अवसर पर महानिर्वाणी अखाड़ा अमृत स्नान के लिए त्रिवेणी संगम की ओर बढ़ रहा है।
महाकुंभ में 10 करोड़ों श्रद्धालुओं के आने की संभावना
महाकुंभ के दूसरे अमृत स्नान के दिन 10 करोड़ के लगभग भक्तों के प्रयागराज पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। महाकुंभ का दूसरा अमृत स्नान मौनी अमावस्या के दिन है, इसलिए स्नान करने से इस दिन पाप और कष्ट से मुक्ति तो मिलती ही है साथ ही पितरों का आशीर्वाद भी प्राप्त होता है।