तभी यूक्रेन क्यों पहुंचे जो बाइडन(Biden ), जानें वजह
कीव: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन(Biden ) सोमवार को रूस-यूक्रेन के बीच जारी संघर्ष के बीच अचानक यूक्रेन की राजधानी कीव पहुंचे. राष्ट्रपति के रूप में किसी युद्धग्रस्त क्षेत्र में बाइडन की यह पहली यात्रा है. इससे पहले उनके पूर्ववर्ती राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने अपने-अपने कार्यकाल में अफगानिस्तान और इराक की औचक यात्राएं की थीं तथा अमेरिकी सैनिकों एवं उन देशों के नेताओं से मुलाकात की थी.
यूक्रेन पर रूस के हमले के एक साल पूरा होने से कुछ दिन पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन यूक्रेन पहुंचे. यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से मुलाकात के लिए बाइडन की इस यात्रा को एकजुटता दिखाने के कदम के तौर पर देखा जा रहा है. बाइडन ने मैनीन्स्की पैलेस में जेलेंस्की से मुलाकात की और इस देश को आधा अरब डॉलर की अतिरिक्त अमेरिकी मदद देने का ऐलान किया. बाइडन ने जारी संघर्ष के बीच यूक्रेन को अमेरिकी और अन्य सहयोगी देशों का समर्थन दोहराया.
अमेरिकी राष्ट्रपति ने एक साल पहले बने डर के माहौल को याद किया जब आशंका थी कि रूस के हमले में यूक्रेन की राजधानी पर जल्द कब्जा हो सकता है. बाइडन ने अमेरिकी और यूक्रेनी झंडों से सजे मंच से कहा, ‘‘एक साल बाद, कीव दृढ़ता से खड़ा है. लोकतंत्र खड़ा है. अमेरिकी आपके साथ खड़े हैं और दुनिया आपके साथ खड़ी है.
युद्ध तेज होने की आशंकाओं के बीच जो बाइडन यूक्रेन की मदद के लिए सहयोगी देशों को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. जेलेंस्की सहयोगी देशों से वादों के मुताबिक हथियारों की आपूर्ति तेज करने पर जोर दे रहे हैं और पश्चिमी देशों से यूक्रेन को लड़ाकू विमानों की आपूर्ति करने का आह्वान कर रहे हैं. हालांकि, बाइडन अब तक इससे इनकार करते रहे हैं.
जेलेंस्की ने कहा कि उन्होंने और बाइडन ने ‘‘लंबी दूरी की क्षमता वाले हथियारों के बारे में बात की और उन शस्त्रों की भी बात की जिन्हें पहले यूक्रेन को नहीं भेजा गया, लेकिन अब उनकी आपूर्ति की संभावना है.’’ हालांकि, उन्होंने कोई नया वादा नहीं किया.
बाइडन की कीव और उसके बाद वारसॅा की यात्रा से यह साफ जाहिर होता है कि अमेरिका रूसी बलों को यूक्रेन से पूरी तरह खदेड़ने तक उसके साथ खड़ा होने को तैयार है. जेलेंस्की के लिए युद्ध का एक साल पूरा होने से पहले यूक्रेन की धरती पर उनके साथ बाइडन के खड़े होने की प्रतीकात्मकता छोटी-मोटी बात नहीं है.
बाइडन की इस यात्रा को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के लिए चुनौती के रूप में भी देखा जा रहा है जिन्होंने उम्मीद की थी कि उनकी सेना कुछ ही दिन में कीव पर कब्जा जमा लेगी. कई दिन से अटकलें चल रही थीं कि बाइडन रूसी हमले की बरसी 24 फरवरी के आसपास कीव की यात्रा करेंगे. हालांकि, व्हाइट हाउस ने बार-बार कहा था कि यूक्रेन के लिए राष्ट्रपति की यात्रा की कोई योजना नहीं है.