जल्द ही जगमगाएगा नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे
नोएडा । न्यूयॉर्क, सिंगापुर (will shine) और दुबई की तरह ही जल्द ही नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे भी जगमगाएगा (will shine)। एक्सप्रेस वे की सर्विस लेन से जुड़ी इमारतों में फसाड लाइट लगाई जाएंगी। इसको नोएडा के बिल्डिंग बॉयलॉज में शामिल कर लिया गया है। प्राधिकरण ने ये भी कहा कि यदि नोटिस जारी होने के दो माह बाद भी फसाड लाइटिंग का कार्य शुरू किया जाता है तो ऐसी स्थित में आवंटियों के खिलाफ लीज डीड में दी गई शर्तों के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।
बोर्ड ने इस पर सहमति दे दी है। उप्र इंडस्ट्रियल एरिया डवलेपमेंट एक्ट-1976 की धारा-8 की उपधारा (1) (ए) के तहत बॉयलाज में बदलाव किया गया है। इसके तहत प्राधिकरण मुख्य मार्गो पर भवनों का एलीवेशन कंट्रोल और आर्किटैक्चरल फीचर्स निर्धारित कर सकता है।
नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे नोएडा की लाइफ-लाइन है। आगरा, दिल्ली और लखनऊ जाने वाले लोग इसी एक्सप्रेस वे से होकर गुजरते हैं। डेली करीब 10 लाख वाहनों का आवागमन होता है। नोएडा के मास्टर प्लान-2031 में इस रूट पर आवासीय, व्यवसायिक और संस्थागत प्रतिष्ठान प्रस्तावित है। वर्तमान में यहां बहुमंजिला इमारत हैं। इस रूट पर भविष्य में स्वीकृत होने वाले आवंटियों के मैप शर्त के साथ स्वीकृत किए जाएंगे।
आवंटियों को भवन के फ्रंट में न्यूनतम 40 प्रतिशत क्षेत्रफल पर फसाड लाइट लगानी होगी। फसाड लाइट का काम पूरा होने के बाद ही आवंटी को कंपलीशन सर्टिफिकेट जारी किया जाएगा। एक्सप्रेस -वे पर पहले से बनी हुई हर श्रेणी के आवंटियों को नोटिस जारी किया जाएगा। भवन के आगे के हिस्से के 40 प्रतिशत क्षेत्रफल में फसाड लाइट लगाई जाएंगी।