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पश्चिमी देशों के प्रस्ताव का अध्ययन कर रहा भारत

चीन (study) के बाद भारत रूस के दूसरे सबसे बड़े तेल ग्राहक के रूप में उभरा, क्योंकि कुछ पश्चिमी देशों ने मास्को से तेल खरीद पर रोक यूक्रेन पर फरवरी के अंत में आक्रमण के बाद लगा दी थी। भारत के पेट्रोलियम मंत्री पुरी से रूसी तेल के लिए निर्धारित मूल्य सीमा का पालन करने को लेकर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा कि सखालिन से तेल लेने पर जापान (study) को छूट है

और पाइपलाइन के माध्यम से आने वाले कच्चे तेल पर भी रोक नहीं है। अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिका के रणनीतिक तेल भंडार से 15 मिलियन बैरल तेल जारी करने की घोषणा की है। जबकि भारत पेट्रोलियम कॉर्प दिसंबर में डिलीवरी के लिए कार्गो को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है।

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