डॉलर की कालाबाजारी: पाकिस्तान में वित्तीय संकट और गंभीर रूप
पाकिस्तान। लेकसन (Financial Crisis) इन्वेस्टमेंट के प्रमुख स्यावाश पाहोरे ने कहा- कराची की निवेश कंपनी ‘देश में जगह डॉलर उपलब्ध है।पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार और वित्तीय बाजारों में डॉलर की अभूतपूर्व किल्लत हो गई है। मुंहमांगी कीमत चुकाने वाला व्यक्ति उपलब्ध (Financial Crisis) होना चाहिए। इंटर-बैंकिंग बाजार में एक डॉलर की कीमत 225.25 (पाकिस्तानी) रुपये खुले बाजार में 233 रुपये में मिल रहा था।
http://आवगामन और आसान करने के लिए रूटों पर सी प्लेन चलाने की तैयारी
कर्ज चुकाने में अक्षम होने) का भय हाल में पाकिस्तान के डिफॉल्ट करने (ज्यादा गहरा गया है। इसी वित्तीय वर्ष में कर्ज और ब्याज की किस्तों के रूप में 13 बिलियन डॉलर चुकाने हैं। सरकार डॉलर की खरीद-बिक्री पर सीमाएं लगा देती कानूनी रास्ता छोड़ कर ग्रे मार्केट में खरीद-बिक्री करने लगते हैं।
http://मिशन ओलंपिक’कार्यक्रम के तहत चार मेधावी खिलाड़ियों की सीधी भर्तीमिशन ओलंपिक
कई क्षेत्रों पर विदेशी मुद्रा बचाने के लिए उठाए गए कदम का बुरा असर हुआ है। खुले बाजार में और बैंकों से मिलने वाले डॉलर की कीमत में अंतर बना रहेगा।’देश में कारोबारियों की डॉलर की 90 फीसदी मांग जमाखोर और मुनाफाखोर पूरी कर रहे हैं।