एंटी करप्शन की टीम ने दरोगा को घूूस लेते रंगे हाथ किया गिरफ्तार
वाराणसी–एन0 टी0 करप्शन की वाराणसी टीम ने मिर्जामुराद थाने के राजातालाब पुुुलिस चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला द्वारा मुकदमे मे धारा हटाने के लिए मांगे गये रिश्वत के 20 हजार रुपए के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया,वही कार्यवाही से झल्लाए दरोगा द्वारा विजिलेंस टीम से अकड़ दिखाने पर उसे घसीटते हुए मिर्जामुराद थाने ले जाकर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की सुसंगत धाराओ मे मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई मे जुट गयी है।एन0 टीम0 करप्शन टीम द्वारा जनहित मे इस सराहनीय निरोधात्मक कार्यवाही से थाने मे हडकंप मच गयी ।
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कुछेेक पुलिस अधिकारीयो/कर्मचारीयो की इस भ्रष्ट हरकत से जहा खाकी वर्दी शर्मशार हो रही है,वही शासन- सत्ता के प्रति जनता मे इसका गलत संदेश जा रहा है ,जिसका आने वाले लोकसभा चुनाव -मिशन 2024 पर प्रतिकूल प्रभाव से इनकार नही किया जा सकता । ……. बता दे की जनवरी 2023 से अब तक घुसखोरी में लिप्त 27 पुलिस कर्मियों के विरुद्ध भ्रष्टाचार /अनुशासनहीनता के मामले में सीएम के कडे निर्देश पर कार्यवाई हो चुकी है। मिली खबरो के अनुसार दरोगा को 29 दिन पहले ही राजातालाब चौकी प्रभारी की जिम्मेदारी मिली थी। हाल ही में घूसखोरी के आरोप में मड़ौली चौकी प्रभारी अजय यादव को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है।
खबर है कि राजातालाब थाना क्षेत्र के भीमचंडी निवासी धर्मेंद्र गुप्ता, श्यामलाल गुप्ता और जय मोदनवाल के बीच जमीन का विवाद था। जय ने धर्मेंद्र गुप्ता, श्यामलाल गुप्ता समेत पांच के खिलाफ छह जून को मारपीट समेत साठ हजार रुपये रंगदारी मांगने समेत अन्य आरोपों में मुकदमा दर्ज कराया था। बाद में समझौता हो गया। कोर्ट में हुए समझौते की एक कॉपी हाईकोर्ट भेजी गई, फिर समझौता पत्र राजातालाब चौकी प्रभारी धर्मेंद्र शुक्ला को सौंप दी गई। आरोप है कि चौकी प्रभारी रंगदारी की धारा हटाने के लिए तैयार नहीं थे। गिरफ्तारी करने की बात कर रहे थे, बाद में घूस मांगने लगे। इस बीच पीडित पक्ष मामले की शिकायत एंटी करप्शन की वाराणसी मंडल इकाई से गई। एंटी करप्शन ने जाल बिछाया और पीड़ितों को केमिकल् लगा 20 हजार रुपये लेकर राजातालाब चौकी पर जाने का सुझाव दिया,सूत्र बताते है की चौकी प्रभारी ने रुपये हाथ में नहीं पकड़े और पास ही तकिया के नीचे रखवा दिया। पीड़ितों के चौकी से बाहर जाते ही प्रभारी ने तकिया के नीचे रखे रुपये निकालकर उसकी गिनती शुरू कर दी,जिस पर एलर्ट मोड मे रही एन टी करप्शन की टीम ने चौकी प्रभारी को दबोच लिया। टीम के मुताबिक, चौकी प्रभारी का हाथ धुलवाया गया तो नोटो में लगे विशेष केमिकल सामने आ गए। गिरफ्तार करने वाली टीम में इंस्पेक्टर योगेंद्र कुमार सिंह, इंस्पेक्टर अजीत कुमार सिंह, निरीक्षक राकेश बहादुर, हेड कांस्टेबल शैलेंद्र राय, सुमित कुमार आदि रहे।
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मुकदमे में वादी जय और प्रतिवादी धर्मेंद्र, श्यामलाल का आरोप है कि राजातालाब चौकी प्रभारी कोड वर्ड में घूस की मांग करते थे। फोन करके कहते थे कि दो क्विंटल चीनी पहुंचा दो…यानी की दो लाख रुपये देना है।बात नहीं बनी तो एक क्विंटल चीनी यानी एक लाख रुपये लेने के लिए तैयार हो गए। इससे इन्कार किया गया तो 20 किलो चीनी यानी 20 हजार रुपये लेने के लिए पुलिस चौकी बुला लिया।
गिरफ्तार चौकी प्रभारी धर्मेंद्र कुमार शुक्ला प्रतापगढ़ के कुंडा क्षेत्र के तिलौरी गांव का रहने वाला है। वर्ष 1996 बैच के सिपाही से दो वर्ष पहले ही प्रमोशन पाकर दरोगा बना है। बीते 21 अगस्त को ही राजातालाब चौकी प्रभारी बनाया गया था। तैनाती के 29 दिन ही हुए थे और घूस लेने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया। एंटी करप्शन की टीम से प्रभारी उलझ गया। चौकी से बाहर नहीं निकल रहा था तो टीम ने उसेh खींचकर बाहर निकाला और मिर्जामुराद थाने ले जाकर पूछताछ की और मुकदमा दर्ज कराके पुलिस के हवाले कर दिया।