पश्चिमी देश हमें भी लूटना चाहते हैं… राष्ट्रपति पुतिन(President Putin)

मास्को. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (President Putin) ने शुक्रवार को कहा है कि पश्चिमी देशों ने जैसे भारत को लूटा, वैसे ही वे हमें भी लूटना चाहते हैं. लेकिन हमने खुद को एक उपनिवेश नहीं बनने दिया. “पश्चिमी देशों ने भारत, अफ्रीका, चीन को लूट लिया… उन्होंने जो किया उसने पूरे देश को मादक द्रव्यों के सेवन और अन्य चीजों के अधीन कर दिया. वे प्रभावी रूप से लोगों का शिकार कर रहे थे. हमें इस तथ्य पर गर्व है कि हमने उन्हें अन्य देशों को लूटना जारी नहीं रखने दिया. वे क्रेमलिन में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे.
पुतिन ने 37 मिनट के संबोधन में अधिकांश समय अमेरिका और उसके सहयोगियों की निंदा की और कहा कि वे रूस को एक “उपनिवेश” में बदलने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन हमने खुद को एक उपनिवेश नहीं बनने दिया. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने कहा कि जैसा पश्चिमी देशों ने भारत को लूटा, ठीक वैसे ही वे रूस को कालोनी बनाना चाहते थे. पश्चिमी देश रूस को कमजोर करने के लिए नया मौका तलाश कर रहे हैं. रूस एक महान देश है जबकि पश्चिमी देशों ने तो पूरे देश को ड्रग्स पर निर्भर बनाकर कई समूहों को नष्ट कर दिया. पुतिन ने पश्चिमी देशों पर जर्मनी में रूसी गैस पाइपलाइनों में तोड़फोड़ करने का आरोप लगाया है.
पुतिन ने कहा कि पश्चिमी देशों ने रूस को कमजोर किया, रूस को विघटित कर दिया. मध्य युग में पश्चिमी देशों ने अपने औपनिवेशिक शासन की शुरुआत की थी और इसके बाद भारत में लूट, अफ्रीका में लूट, चीन के खिलाफ युद्ध, अफीम युद्ध के जरिए देशों को कमजोर किया गया. पश्चिमी देश लोगों का जानवरों की तरह शिकार करते थे. हमें गर्व महसूस होता है कि 20वीं सदी में हमारे देश ने उपनिवेशवाद विरोधी आंदोलन का नेतृत्व किया और इस कारण कई देशों को आजादी मिली.