सत्ता के लिए राष्ट्र पुनर्निर्माण में हम सब अपना योगदान देंगे : रजनीकांत

प्रयागराज । भारतीय जनता पार्टी एनजीओ प्रकोष्ठ की बैठक महानगर कार्यालय में हुई। जिसमें प्रदेश सह संयोजक काशी प्रांत रजनीकांत ने कहा कि 70 दिन सत्ता के लिए राष्ट्र पुनर्निर्माण में हम सब अपना योगदान देंगे।
उन्होंने आगामी योजनाओं को बताते हुए कहा कि वर्तमान समय में सदस्यता राष्ट्रहित में कार्य करने वाले एनजीओ व उनसे जुड़े स्वयं सेवकों की सदस्यता कराई जा रही है। प्रांत के प्रत्येक जिलों में जिला सम्मेलन कराया जाएगा, जिसमें जिले के एक हजार एनजीओ और उनसे जुड़े स्वयंसेवकों का एकत्रीकरण किया जाएगा। प्रयाग प्रदेश का एक बड़ा केंद्र है। इसमें गंगापार, यमुनापार, महानगर का संयुक्त रूप से सम्मेलन होगा। उन सभी एनजीओ से सम्पर्क किया जाएगा।
प्रदेश सह संयोजक ने कहा विगत 5 वर्षों में सरकार द्वारा लाभान्वित योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाने में अपना योगदान दिया है। सभी श्रमिक को श्रम कार्ड बनाने में अपना योगदान देंगे। सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के साथ कार्य को गति दी जाएगी। हमारा प्रयास सभी एनजीओ को जोड़ने का है। सरकार द्वारा चलाई गई 200 से ऊपर की योजनाओं को एनजीओ से जुड़े स्वयंसेवक के मदद से जनता को लाभान्वित करेंगे। कार्यकर्ता घर-घर जाकर मोदी और योगी सरकार की उपलब्धियों को बताएगा और उनको योजनाओं से लाभान्वित करेगा। बैठक में प्रमुख रूप से राजेश केसरवानी, आशुतोष शुक्ला, रवि शर्मा, वरुण गिरी, पिंटू मिश्रा, अशोक श्रीवास्तव, सौरभ सक्सेना, सत्यम पांडेय, हिमांशु द्विवेदी, अनूप मिश्रा, पिंकी जायसवाल आदि उपस्थित रहे
भाजपा का लघु उद्यमी सम्मेलन 19 दिसम्बर को
भाजपा मीडिया प्रभारी राजेश केसरवानी ने बताया कि 19 दिसम्बर को शिवकुटी तेलियरगंज प्रयागराज में भाजपा लघु प्रकोष्ठ द्वारा लघु उद्यमी सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा, जिसमें प्रयागराज के सभी लघु उद्यमियों एवं रेहड़ी पटरी व्यवसायियों को आमंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं विशिष्ट अतिथि कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, भाजपा लघु प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक कुश पुरी, प्रदेश संयोजक राजेश द्विवेदी एवं भाजपा महानगर अध्यक्ष गणेश केसरवानी होंगे। कार्यक्रम के मुख्य आयोजक भाजपा लघु प्रकोष्ठ के संयोजक राजेश कुमार गुप्ता होंगे।