अंतराष्ट्रीय

एअर इंडिया और बोइंग के बीच 34 अरब डॉलर की डील

नई दिल्ली/वाशिंगटन. टाटा ग्रुप के मालिकाना हक वाली भारत की प्राइवेट एयरलाइन एअर इंडिया 34 अरब डॉलर के सौदे में बोइंग               ( Boeing) से 220 विमान खरीदेगी. इसमें 70 और विमान खरीदने का विकल्प भी होगा, जिससे सौदे का कुल मूल्य 45.9 अरब डॉलर तक जा सकता है.

एअर इंडिया और बोइंग के बीच हुए इस सौदे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने ऐतिहासिक करार दिया और इसे परस्पर लाभकारी सहयोग का एक उत्कृष्ट उदाहरण बताया. पीएमओ के एक अधिकारी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ मंगलवार शाम फोन पर बातचीत की. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को गहरा करने पर संतोष व्यक्त किया.

वहीं अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन ने मंगलवार को बोइंग-एअर इंडिया सौदे की घोषणा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मिलकर वह भारत और अमेरिका के बीच रिश्तों को और मजबूत करने की उम्मीद कर रहे हैं.

सौदे की डिटेल
इस सौदे को लेकर ‘व्हाइट हाउस’ की ओर से की गई घोषणा के अनुसार, बोइंग और एअर इंडिया एक समझौते पर पहुंच गए हैं, जिसके तहत एयरलाइन कुल 220 विमान खरीदेगी. इनमें 190 बी737 मैक्स, 20 बी787 और 10 बी777एक्स विमान शामिल हैं. यह सौदा 34 अरब डॉलर का है. इस सौदे में अतिरिक्त 50 बोइंग 737 मैक्स और 20 बोइंग 787 विमान खरीदने का विकल्प शामिल है. इस तरह कुल 290 विमानों का सौदा 45.9 अरब डॉलर बैठेगा.

जो बाइडन ने कहा, ‘मुझे आज एअर इंडिया और बोइंग के बीच ऐतिहासिक समझौते के जरिये 200 से अधिक अमेरिका विनिर्मित विमानों के सौदे की घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है.’ एअर इंडिया का ऑर्डर बोइंग का डॉलर मूल्य में अबतक का तीसरा सबसे बड़ा और विमानों की संख्या के लिहाज से दूसरा सबसे बड़ा सौदा है.

बाइडन ने कहा कि इस खरीद से 44 राज्यों में अमेरिकियों के लिए 10 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे. इनमें से कई नौकरियों के लिए कॉलेज की डिग्री की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि यह घोषणा अमेरिका-भारत आर्थिक भागीदारी की ताकत को दिखाती है. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के साथ मैं दोनों देशों की भागीदारी को और मजबूत करने की उम्मीद करता हूं. हम साझा वैश्विक चुनौतियों का सामना करना जारी रखेंगे हैं जिससे हमारे नागरिकों का भविष्य और समृद्ध हो सके.’

 

इस सौदे की घोषणा पिछले महीने शुरू हुई महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पर अमेरिका-भारत पहल (आईसीईटी) के बाद हुई है. इस पहल का उद्देश्य दोनों देशों की सरकारों, व्यवसायों और विश्वविद्यालयों के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी और रक्षा औद्योगिक सहयोग का विस्तार करना है. बाइडन और मोदी ने मई, 2022 में आईसीईटी की घोषणा की थी

बाइडन ने कहा कि इस खरीद से 44 राज्यों में अमेरिकियों के लिए 10 लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे. इनमें से कई नौकरियों के लिए कॉलेज की डिग्री की जरूरत नहीं होगी. उन्होंने कहा कि यह घोषणा अमेरिका-भारत आर्थिक भागीदारी की ताकत को दिखाती है. उन्होंने कहा, ‘प्रधानमंत्री मोदी के साथ मैं दोनों देशों की भागीदारी को और मजबूत करने की उम्मीद करता हूं. हम साझा वैश्विक चुनौतियों का सामना करना जारी रखेंगे हैं जिससे हमारे नागरिकों का भविष्य और समृद्ध हो सके.’
इस सौदे की घोषणा पिछले महीने शुरू हुई महत्वपूर्ण और उभरती प्रौद्योगिकी पर अमेरिका-भारत पहल (आईसीईटी) के बाद हुई है. इस पहल का उद्देश्य दोनों देशों की सरकारों, व्यवसायों और विश्वविद्यालयों के बीच रणनीतिक प्रौद्योगिकी साझेदारी और रक्षा औद्योगिक सहयोग का विस्तार करना है. बाइडन और मोदी ने मई, 2022 में आईसीईटी की घोषणा की थी.

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