प्रयागराज
विजय मशाल’ का मध्य वायु कमान मुख्यालय में हुआ स्वागत
प्रयागराज । ‘स्वर्णिम विजय वर्ष विजय मशाल’ का शुक्रवार को मध्य वायु कमान मुख्यालय में स्वागत किया गया। एयर वाइस मार्शल आलोक शर्मा वीएम प्रशासन प्रभारी वरिष्ठ अफसर ने मध्य वायु कमान मुख्यालय के गेट पर मशाल जलायी। गेट से युद्ध स्मारक तक वायु योद्धाओं ने “भारत माता की जय” उद्घोष के साथ मशाल को सलामी दी। एयर मार्शल आर जे डकवर्थ एवीएसएम वीएसएम, एयर अफसर कमांडिंग इन चीफ ने मध्य वायु कमान मुख्यालय में विजय मशाल का स्वागत किया।
तदुपरांत उन्होंने युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर वीरगति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर एक वरिष्ठतम सेवानिवृत्त वायुयोद्धा ने 1971 के युद्ध के दौरान अर्जित अपने अनुभव को साझा किया तथा भारतीय वायु सेना की भूमिका पर प्रकाश डाला। एओसी इन सी ने राष्ट्र की महत्वपूर्ण विजय का मार्ग प्रशस्त करने में सशस्त्र सेनाओं के साहस की सराहना की। उन्होंने युद्ध में तथा युद्धोपरांत समाज में अपरिमित योगदान हेतु सेवानिवृत्त वायु योद्धाओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर एओसी इन सी, सेवानिवृत्त वायुयोद्धाओं से मिले। आगामी यात्रा की ओर प्रस्थान करने से पूर्व पल भर के लिए विजय मशाल को मध्य वायु कमान के युद्ध स्मारक पर रखा गया। जहां वायु सेना की बैण्ड टीम ने वीर गति को प्राप्त तथा गुमनाम सैनिकों की याद में देशभक्ति से सम्बंधित धुन बजायी। विजय मशाल की मेजबानी ने सबको अभिप्रेरित किया तथा वायु योद्धाओं, सेवानिवृत्त वायु योद्धाओं एवं उनके परिजनों के अंतरमन में देशभक्ति का जोश जागृत करके उनका उत्साहवर्द्धन किया।
तत्पश्चात् मशाल का वायु सेना स्टेशन बमरौली, 71 आरएमयू, 820 एसयू तथा 24 ईडी में स्वागत किया गया। विजय मशाल के सम्मान में यूनिटों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।
बता दें कि, 1971 युद्ध के विजय की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भारतीय सशस्त्र सेनाएं वर्ष 2021 को ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के रुप में मना रहीं हैं। 16 दिसम्बर 2020 को विजय दिवस के सुअवसर पर विजय मशाल की यह यात्रा नई दिल्ली से आरम्भ हुई थी।
तदुपरांत उन्होंने युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर वीरगति को प्राप्त सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर एक वरिष्ठतम सेवानिवृत्त वायुयोद्धा ने 1971 के युद्ध के दौरान अर्जित अपने अनुभव को साझा किया तथा भारतीय वायु सेना की भूमिका पर प्रकाश डाला। एओसी इन सी ने राष्ट्र की महत्वपूर्ण विजय का मार्ग प्रशस्त करने में सशस्त्र सेनाओं के साहस की सराहना की। उन्होंने युद्ध में तथा युद्धोपरांत समाज में अपरिमित योगदान हेतु सेवानिवृत्त वायु योद्धाओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर एओसी इन सी, सेवानिवृत्त वायुयोद्धाओं से मिले। आगामी यात्रा की ओर प्रस्थान करने से पूर्व पल भर के लिए विजय मशाल को मध्य वायु कमान के युद्ध स्मारक पर रखा गया। जहां वायु सेना की बैण्ड टीम ने वीर गति को प्राप्त तथा गुमनाम सैनिकों की याद में देशभक्ति से सम्बंधित धुन बजायी। विजय मशाल की मेजबानी ने सबको अभिप्रेरित किया तथा वायु योद्धाओं, सेवानिवृत्त वायु योद्धाओं एवं उनके परिजनों के अंतरमन में देशभक्ति का जोश जागृत करके उनका उत्साहवर्द्धन किया।
तत्पश्चात् मशाल का वायु सेना स्टेशन बमरौली, 71 आरएमयू, 820 एसयू तथा 24 ईडी में स्वागत किया गया। विजय मशाल के सम्मान में यूनिटों में विविध कार्यक्रम आयोजित किए गए।
बता दें कि, 1971 युद्ध के विजय की 50वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में भारतीय सशस्त्र सेनाएं वर्ष 2021 को ‘स्वर्णिम विजय वर्ष’ के रुप में मना रहीं हैं। 16 दिसम्बर 2020 को विजय दिवस के सुअवसर पर विजय मशाल की यह यात्रा नई दिल्ली से आरम्भ हुई थी।