लखनऊ
लाखों की धनराशि हो गई खर्च,नतीजा सिफ़र
लखनऊ,। योगी सरकार द्वारा परिषदीय स्कूलों की दशा सुधारने के लिए विभिन्न मदों से बजट दिया जा रहा है। जिसमें सरकारी स्कूलों के कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों की मरम्मत, मॉडल शौचालय, रंगाई पुताई,स्वच्छ पेयजल के लिए समर्सिबल,निजी स्कूलों की ही तरह सुविधा संपन्न बनाकर ग्रामीण इलाकों के नौनिहालों को शिक्षा का बेहतर स्तर देने का प्रयास किया जा रहा है।एक तरफ जहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित परिषदीय विद्यालयों की दयनीय हालत को सुधारने के लिए सरकार लगभग अरबों रुपये की धनराशि ख़र्च रहे हैं।वहीं दूसरी तरफ जिम्मेदारों द्वारा योजना में सेंध लगाते हुए विद्यालयों में रंगाई-पुताई व अन्य निर्माण कार्यों में ठेकेदारी प्रथा से घटिया एवं दोयम दर्जे की निर्माण सामग्री का प्रयोग कर सिर्फ़ रंग-रोगन कराकर लाखों की सरकारी धनराशि का ग़बन किया जा रहा है।
स्थानीय विकासखंड के अंतर्गत कुम्हरावा ग्राम पंचायत का मजरा रामपुरवा गांव में निर्मित प्राथमिक विद्यालय रामपुरवा का कायाकल्प योजना के तहत इस विद्यालय का कायाकल्प नहीं हो सका है।विद्यालय के कायाकल्प के लिए आयी धनराशि पता नहीं कहां गायब हो गई। क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व नागरिकों ने इसका कड़ा विरोध जताया है।विद्यालय इतना खस्ताहाल है कि किसी भी पल ढह सकता है।प्राथमिक विद्यालय रामपुरवा की दशा काफी जर्जर है।चहारदीवारी टूटी फूटी है।वहीं वर्षा के दौरान छते टपकती है।वर्षा के दौरान विद्यालय के कमरों में बैठना खतरे से खाली नहीं है। यहां पर मात्र 60 छात्र एवं छात्राएं अंकित हैं। जो कमरे में न बैठकर बाहर बैठकर शिक्षा ग्रहण करती हैं। विद्यालय का भवन टीले पर बना है। इससे भवन किसी भी समय धस सकता है। यहां रैम्प तक नहीं बना है। इससे नन्हे-मुन्ने बच्चों का ऊंचाई पर चढ़ना एक टेढ़ी खीर है। कभी कभार छात्र लुढक कर गिर जाते हैं। इस विद्यालय में 2 शिक्षकों तथा एक शिक्षामित्र हैं।कायाकल्प योजना 2019- 20 में चलाई गई। स्थानीय नागरिकों तथा क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों ने बताया कि इस विद्यालय के लिए इस योजना के तहत चार लाख की धनराशि मिली थी।लेकिन इस विद्यालय में कमरे का निर्माण नहीं किया गया और न ही चहारदीवारी का निर्माण हो सका। इस विद्यालय की चहारदीवारी ध्वस्त पड़ी है। पता नहीं यह धनराशि कहां गायब हो गई।इस संबंध में जब खंड शिक्षा अधिकारी बीकेटी सतीश त्रिपाठी से मोबाइल से जानकारी करने का प्रयास किया गया तो उनसे भी संपर्क नहीं हो सका।जब इस संबंध में प्रधान से जानकारी करने का प्रयास किया गया तो उनसे संपर्क नहीं हो सका। खंड विकास अधिकारी बीकेटी पूजा सिंह ने कहा कि इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है।