केरल में जीका का पहला केस सामने आया; चौंकाने वाला खुलासा;
नई दिल्ली। केरल में भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआइवी) की रिपोर्ट में जीका वायरस को लेकर चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अध्ययन से पता चला है कि केरल में जीका वायरस का कम्युविटी स्प्रेड हुआ था। बता दें कि केरल में बीते साल जुलाई में जीका का पहला केस सामने आया था।
रिपोर्ट में कहा गया है कि पिछले साल केरल में जीका वायरस के मामलों की ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी, ये मामले कम्युनिटी स्प्रेड से जुड़े थे। रिपोर्ट में कहा गया, ‘पिछले एक महीने के भीतर जीका के मामलों की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं थी। उनके परिवार के सदस्यों में भी समान लक्षण नहीं थे। ऐसा माना जा रहा है कि जीका वायरस का कम्युनिटी स्प्रेड हुआ था। स्टडी में देश के अन्य हिस्सों में भी जीका की जीका की निगरानी करने का सुझाव दिया है।
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गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के दौरान केरल में जीका का मामला सामने आया था। जीका के यूपी और राजस्थान में भी मामले सामने आए थे।
जीका वायरस के लक्षण
जीका वायरस के लक्षण डेंगू के जैसे होते हैं। इसमें बुखार, त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते और जोड़ों का दर्द और आंखों का लाल होना शामिल होता है। जीका वायरस के कारण संक्रमित व्यक्ति 7 से 8 दिनों तक प्रभावित रहता है। यह वायरस गर्भवती महिला को ज्यादा प्रभावित करता है। इसके कारण जन्म लेने वाला बच्चा अविकसित दिमाग के साथ पैदा होता है।