प्रयागराज
केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज ने अर्जित की एक और उपलब्धि
प्रयागराज । केंद्रीय रेल विद्युतीकरण संगठन प्रयागराज की कोलकाता परियोजना ने पूर्व मध्य रेलवे के समस्तीपुर मण्डल में आने वाले, सीतामढ़ी से रक्सौल (79.3 आरकेएम) खण्ड का विद्युतीकरण कार्य पूर्ण किया। समस्तीपुर-दरभंगा-सीतामढ़ी-रक्सौल रेलमार्ग के विद्युतीकृत होने में लगभग 253.6 करोड़ रुपये की लागत आई है।
कोर के महाप्रबन्धक यशपाल सिंह ने रविवार को कोलकाता परियोजना की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए का कि कोर के सभी नव प्रोजेक्ट भारतवर्ष के सभी ब्रॉडगेज रेलमार्गों को 2023 तक पूर्ण रूप से विद्युतीकृत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इसे पूर्ण करने के उपरान्त गत शनिवार को सीआरएस निरीक्षण का कार्य पूर्ण हुआ।
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी अमिताभ शर्मा ने बताया कि इस खण्ड के विद्युतीकृत होने से समस्तीपुर से दरभंगा, सीतामढ़ी होते हुए रक्सौल तक जाने वाली लगभग 11 मेल-सवारी गाड़ियां अब विद्युत कर्षण पर चलेंगी। इस खण्ड का एक छोर रक्सौल स्टेशन, नेपाल और बिहार का प्रवेश द्वार है तथा दूसरा छोर समस्तीपुर जंक्शन को जड़ता है। यह खंड यातायात में वृद्धि के दृष्टिकोण से रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, जिससे इस खण्ड में गाड़ियों के परिचालन में और सहूलियत तथा उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा।
कोर के महाप्रबन्धक यशपाल सिंह ने रविवार को कोलकाता परियोजना की उपलब्धि पर खुशी जताते हुए का कि कोर के सभी नव प्रोजेक्ट भारतवर्ष के सभी ब्रॉडगेज रेलमार्गों को 2023 तक पूर्ण रूप से विद्युतीकृत करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इसे पूर्ण करने के उपरान्त गत शनिवार को सीआरएस निरीक्षण का कार्य पूर्ण हुआ।
मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी अमिताभ शर्मा ने बताया कि इस खण्ड के विद्युतीकृत होने से समस्तीपुर से दरभंगा, सीतामढ़ी होते हुए रक्सौल तक जाने वाली लगभग 11 मेल-सवारी गाड़ियां अब विद्युत कर्षण पर चलेंगी। इस खण्ड का एक छोर रक्सौल स्टेशन, नेपाल और बिहार का प्रवेश द्वार है तथा दूसरा छोर समस्तीपुर जंक्शन को जड़ता है। यह खंड यातायात में वृद्धि के दृष्टिकोण से रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है, जिससे इस खण्ड में गाड़ियों के परिचालन में और सहूलियत तथा उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग होगा।