उत्तर प्रदेश
अब खुद खेत से बाहर आ गए भगवान विष्णु, पढ़ें मामला, सपने में आते थे
कानपुर. यहां खेत में खुदाई के दौरान हजारों साल पुरानी भगवान विष्णु की मूर्ति निकली है। इसकी जानकारी होते ही यहां ग्रामीणों की भीड़ उमड़ गई है। लोग भगवान विष्णु की जयकारे लगा रहे हैं। गांव की महिलाओं ने ढोल-मंजीरे की थाप पर भजन-कीर्तन शुरू कर दिया है। लगभग 5 फीट मूर्ति की स्थापना कर ग्रामीण भव्य मंदिर बनवाने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि अब गांव खुशहाल हो जाएगा। आगे पढ़िए मूर्ति पर पैसे चढ़ाने के लिए आ रहे हैं दूर-दूर से लोग…
-मामला कानुपर के नौबस्ता थानाक्षेत्र का है।
-यहां के निवासी होरीलाल राजपूत की गांव के बाहर 3 बीघे खेत है।
-वह खेतों में मेड़ बनवा रहे थे, इसके लिए वो खेतों के चारों तरफ खुदाई करा रहे थे।
-खुदाई के दौरान वहां काम कर रहे सियाराम को एक पत्थर दिखाई दिया, जब उसे खोदा तो मूर्ति दिखाई देने लगी।
-इसकी सूचना उसने होरीलाल और उनके बेटे रणविजय को दी।
-सभी ने मिलकर मूर्ति को बाहर निकाला तो वह भगवान विष्णु की 5 फीट ऊंची मूर्ति थी।
-यह बात पूरे गांव में आग की तरह फ़ैल गई। इसके बाद हजारों की संख्या में ग्रामीण मूर्ति को देखनेमौके पर पहुंच गए।
क्या कहते हैं होरीलाल
-होरीलाल ने बताया कि मूर्ति हजारों साल पुरानी है।
-उसकी नक्काशी इस प्रकार है, जैसे सतयुग के मंदिरों और मूर्तियों में होती है।
-उन्होंने बताया कि मूर्ति को निकाल कर पानी से धुल कर रखा गया है।
-लेकिन जैसे ही ग्रामीणों को इसकी जानकारी हुई तो वह बड़ी संख्या में आ गए।
-ग्रामीणों ने फूल, फल और प्रसाद चढ़ाकर पूजा-अर्चना शुरू कर दी।
-उन्होंने बताया कि भगवान विष्णु की मूर्ति को स्थापित कराने के लिए मैं 500 गज जमीन दे रहा हूं।
-जहां पर मंदिर का भव्य निर्माण कराया जाएगा। इसके लिए पूरा गांव सहयोग करेगा।
क्या कहते हैं ग्रामीण
-ग्रामीण पप्पू सेंगर के मुताबिक, जिस स्थान पर यह मूर्ति निकली है, उसे बीहड़ देवी के नाम से जाना जाता है।
-यहां पर डेढ़ सौ साल पहले सबसे पहले लक्ष्मी जी की छोटी सी मूर्ति निकली थी जिसे एक चबूतरे में रख दिया गया।
-यहां आज भी गांव के लोग पूजा करने आते हैं।
-इसके साथ ही जब भी खेतों की खुदाई हुई, छोटी-छोटी मूर्तियां मिलती रही।
-इसलिए इस इलाके को बीहड़ देवी के नाम से जाना जाने लगा, लेकिन भगवान विष्णु की मूर्ति सबसे बड़ी निकली है।
ढोल की थाप पर महिलाएं कर रहीं नाच-गाना
-यहां भजन-कीर्तन और नाच-गाना कर रही महिलाओं का कहना है कि गांव में भगवान विष्णु का जन्म हुआ है।
-यहां भजन-कीर्तन और नाच-गाना कर रही महिलाओं का कहना है कि गांव में भगवान विष्णु का जन्म हुआ है।
-इसलिए गांव में खुशियों का माहौल है। हम सभी उनकी पूजा-अर्चना कर मंगल गीत गा रहे हैं।
-इनकी स्थापना से गांव में सभी प्रकार की बुराइयां नष्ट हो जाएंगी और खुशहाली का माहौल होगा।
-उन्होंने बताया कि उनका गांव बहुत पिछड़ा है, लेकिन किन अब गांव की स्थति में सुधर होगा।
क्या कहती हैं होरीलाल की पत्नी
-वहीं होरीलाल की पत्नी शिव देवी के मुताबिक, उनकी बेटे रण विजय की तबीयत 8 महीने से खराब थी।
-बेटे की बीमारी में लगभग करीब 2 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं।
-हालांकि, उसको अक्सर सपना आया करता था कि हम तुम्हारे खेत में हैं मुझे बाहर निकालो।
-इसके बाद वह बीहड़ देवी के मंदिर में रोजाना पूजा करने करने लगा।
-आखिर भगवान विष्णू स्वयं ही खेत से बाहर आ गए।
-उन्होंने कहा कि हमारे परिवार में बहुत ख़ुशी का माहौल है।
-मंदिर के नाम पर दान की गई जमीन पर ही मंदिर बनेगा।
-उन्होंने कहा कि गांव में किसी की शादी हो या मुंडन संस्कार, बीहड़ देवी में ही होता है।