स्कूलों का भी खुला दरवाजा !!

राज्य में कोरोना संक्रमण बढ़ने के कारण दो वर्ष से सभी स्कूल कालेज बंद थे। धीरे-धीरे स्थिति सामान्य होने पर आठवीं से लेकर उच्च श्रेणी तक पढ़ाई शुरु हो चुकी थी। लेकिन प्राथमिक विद्यालय के छात्रों की स्कूल में पढ़ाई दो साल से बंद थी। बुधवार से प्राथमिक विद्यालयों को भी चालू कर दिया गया। जिससे लोगों को राहत मिली एवं छात्र-छात्रा भी खुश दिखे।
रवि बिश्नोई के खाते में पहली जीत ..
दो दिन पहले राज्य सरकार ने प्राथमिक स्कूलों को भी खोलने का निर्देश दिया। इसके पहले सात फरवरी से प्राथमिक स्कूलों को पाड़ाय शिक्षालय के रूप में खोला गया था। जिसके माध्यम से खुले मैदान में पढ़ाई शुरु हुई थी। हालांकि उसके दस दिन के अंतराल पर स्कूलों को चालू करने की अनुमति दी। जिसके साथ ही सरकारी के साथ-साथ अंग्रेजी या निजी विद्यालय भी पूरी तरह खुल गए। पहले दिन सभी जगह सामान्य से कम उपस्थिति थी। धीरे-धीरे छात्रों की संख्या सामान्य हो जाने की उम्मीद है। दुर्गापुर शहर के एमएएमसी माडर्न हाई स्कूल के प्राचार्य डा. तरूण भट्टाचार्य ने कहा कि स्कूल खुल जाने से काफी खुशी है। अभिभावक भी खुश है। हमलोग पूरे कोरोना नियमों का पालन कर रहे है, ताकि छात्रों को कोई परेशानी न हो।
छात्रों का पुष्प बारिश कर स्वागत : अंडाल एवं पांडवेश्वर के प्राथमिक विद्यालयों में भी बुधवार से पढ़ाई शुरु हो गई। अंडाल के हिदू हिदी प्राथमिक, दक्षिण बाजार स्थित महावीर प्राथमिक, उखड़ा आदर्श प्री प्राइमरी स्कूल, संयासी स्थान प्री प्राइमरी स्कूल, महंत स्थल प्री प्राइमरी स्कूल, पांडवेश्वर के नवग्राम प्राथमिक स्कूल एवं आसपास के सभी प्राइमरी स्कूल खुल गए। जिसमें विभिन्न स्कूलों में लगभग 90 फीसद बच्चे स्कूल पहुंचे। कहीं छात्रों को चाकलेट तो कहीं पुष्प बारिश कर स्वागत किया गया। नवग्राम हिदी प्राइमरी स्कूल के प्रधानाध्यापक श्रीधर यादव, शिक्षक विष्णु कुमार साव ने बताया कि स्कूल में आधे से ज्यादा बच्चे स्कूल खुलने के प्रथम दिन पहुंचे थे। छात्रों का स्वागत किया गया। धीरे-धीरे छात्रों की संख्या भी बढ़ेगी।