सोनिया गांधी ने नक्सली हमले में जवानों के शहीद होने पर दुख जताया
नयी दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को कहा कि नक्सलवाद से निपटने के संकल्प में सभी एकजुट हैं और छत्तीसगढ़ में उनकी पार्टी की सरकार इस समस्या से निपटने में अर्धसैनिक बलों को हरसंभव सहायता प्रदान करती रहेगी।
गांधी ने एक बयान में कहा कि पूरा देश छत्तीसगढ़ के बीजापुर में एक भीषण नक्सली हमले में 22 जवानों की शहादत पर सिर झुकाता है।
उन्होंने कहा, ‘‘मैं जीवन का बलिदान करने वाले इन जवानों को श्रद्धांजलि देती हूं और उनके परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करती हूं। राष्ट्र उनके प्रति हमेशा कृतज्ञ रहेगा।’’
उन्होंने कहा, ‘‘मैं हमारे लापता जवानों की वापसी की उम्मीद करती हूं और घायलों के पूरी तरह से ठीक होने की प्रार्थना करती हूं।’’
उन्होंने कहा, ‘‘हम नक्सलवाद से लड़ने के अपने संकल्प में एकजुट हैं। छत्तीसगढ़ कांग्रेस सरकार पूरी मजबूती के साथ नक्सलवाद से लड़ने में हमारे केंद्रीय अर्धसैनिक बलों को हरसंभव सहायता प्रदान करती रहेगी।’’
अधिकारियों ने रविवार को बताया कि हल्की मशीन गन (एलएमजी) से लैस करीब 400 नक्सलियों के एक समूह ने विशेष अभियान के लिए तैनात सुरक्षा बलों पर घात लगाकर हमला किया जिसमें कम से कम 22 जवान शहीद हो गए और 30 अन्य घायल हो गए। उन्होंने बताया कि नक्सली सुरक्षाकर्मियों के एक दर्जन से अधिक अत्याधुनिक हथियार भी अपने साथ ले गए।
सुरक्षा बलों के करीब 1,500 जवानों की एक टुकड़ी ने बीजापुर-सुकमा जिले की सीमा के आसपास के क्षेत्र में नक्सलियों की मौजूदगी की गुप्त सूचना पर तलाशी और नष्ट करने का अभियान शुरू किया था। इस टुकड़ी में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की विशेष इकाई ‘कोबरा’ के जवान, इसकी नियमित बटालियनों की कुछ टीमें, इसकी बस्तरिया बटालियन की एक इकाई, छत्तीसगढ़ पुलिस से संबद्ध जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी) और अन्य जवान शामिल थे।