सिमरनजीत और जैसमीन फाइनल में, मैरीकॉम को कांस्य पदक
नयी दिल्ली। विश्व कांस्य पदक विजेता सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) ने स्पेन के कास्टेलोन में चल रहे 35वें बोक्साम इंटरनेशनल मुक्केबाजी टूर्नामेंट के फाइनल में प्रवेश किया लेकिन छह बार की विश्व चैम्पियन एम सी मैरीकॉम (51 किग्रा) को शुक्रवार को कड़े सेमीफाइनल में अमेरिका की वर्जिनिया फुश्स से हारने के बाद कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।
सिमरनजीत के साथ पदार्पण कर रही मुक्केबाज जैसमीन (57 किग्रा) ने इटली की सिरीन चाराबी को हराकर फाइनल में जगह बनायी। सिमरनजीत ने पुअर्तो रिको की किरिया तापिया को मात दी। दोनों विभाजित फैसले रहे।
सिमरनजीत और जैसमीन आक्रामक प्रतिद्वंद्वियों के खिलाफ खेल रही थीं लेकिन अपने मजबूत जवाबी हमलों से जीत दर्ज करने में कामयाब रहीं।
ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर चुकी 37 साल की स्टार मुक्केबाज मैरीकॉम को विभाजित फैसले में हार मिली। शुरूआती तीन मिनट में दोनों मुक्केबाज एक दूसरे के हमले का इंतजार करती रहीं लेकिन दूसरे राउंड में भारतीय मुक्केबाज काफी आक्रामक हो गयीं।
तीसरा राउंड और अधिक आक्रामकता भरा रहा जिसमें दोनों मुक्केबाजों ने एक दूसरे को कई मुक्के मारे लेकिन जजों ने फैसला अमेरिकी मुक्केबाज के पक्ष में कर दिया जबकि मुकाबले में उनके ज्यादातर मुक्के निशाने पर अच्छी तरह लगते हुए नहीं दिख रहे थे।
इससे पहले ओलंपिक में जगह बना चुके सतीश कुमार (91 किग्रा से अधिक), आशीष कुमार (75 किग्रा) के साथ सुमित सांगवान (81 किग्रा) ने प्रभावशाली जीत दर्ज करके सेमीफाइनल में जगह बना ली है।
सुपर हैवीवेट वर्ग में ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करने वाले देश के पहले मुक्केबाज सतीश ने गुरुवार को क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क के गिवसकोव नीलसन को 5-0 से शिकस्त दी जबकि आशीष ने इटली के रेमो सालवटी को 4-1 से हराकर पदक दौर में प्रवेश किया। सुमित सांगवान ने बेल्जियम के मोहोर अल जियाद को 4-1 से मात दी।
इस प्रतियोगिता में रूस, अमेरिका, इटली और कजाखस्तान सहित 17 देशों के मुक्केबाज भाग ले रहे हैं।