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सामूहिक दुष्कर्म के बाद किशोरी को भी मार डाला – फाफामऊ हत्याकांड

फाफामऊ के गोहरी गांव में एक ही परिवार के चार लोगों को मौत के घाट उतारने वाले हत्यारों के सिर पर खून सवार था। मौके और शवों की हालत उनकी दरिंदगी की दास्तां बयां कर रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मौके पर जो हालात थे, उससे इस बात की आशंका है कि हत्यारों ने पहले बरामदे में सो रहे दंपति व बेटे को मारा और फिर दरिंदगी के बाद कमरे में सो रही किशोरी का कत्ल कर दिया। फाफामऊ में शांतिपुरम से होते हुए रेलवे क्रॉसिंग पार करते ही गोहरी गांव पड़ता है। इसी गांव में सड़क से लगभग सटे हुए मकान में फूलचंद व उसका परिवार रहता था। घर के दाहिनी ओर पशु औषधालय है जबकि बायीं ओर खाली प्लॉट पड़ा है। पीछे की ओर ईंट का भट्ठा है। पशु औषधालय की चहारदिवारी इतनी है कि आराम से इसे फांदकर घर में दाखिल हुआ जा सकता है। मकान में घुसते ही सबसे पहले आंगन और फिर बायीं ओर पशुबाड़ा है। जबकि इसके बाद बरामदा और फिर एक कमरा है। फूलचंद पत्नी व बेटे के साथ बरामदे में जबकि बेटी कमरे में सोती थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बरामदे में दो चारपाइयां पड़ीं थीं। जिनमें से एक पर फूलचंद जबकि दूसरे पर उसकी पत्नी मीनू मृत पड़ी थीं। बगल में ही जमीन पर बेटे शिव की लाश पड़ी थी। मौके पर ही खून भी फैला था जो सूख चुका था। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि तीनों मृतकों के शवों पर कंबल पड़े हुए थे। कंबल हटाने पर पता चला कि उनकी मौत हो चुकी है। तीनों के गर्दन पर धारदार हथियार जबकि सिर पर भारी हथियार से वार करने के जख्म मिले। उधर कमरे में किशोरी का अस्त-व्यस्त शव चारपाई पर पड़ा मिला। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि उसके भी सिर व गदर्न पर जख्म केनिशान मिले। शव जिस हालत में मिला, उससे पूरी आशंका है कि उसकेसाथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
पुलिस सूत्रों का कहना है कि मौके व शवों की हालत देखकर यही लग रहा था कि पहले बरामदे में सो रहे दंपति व बेटे को मारा गया। इसके बाद किशोरी के साथ दरिंदगी कर कातिलों ने किशोरी को भी मार डाला। शरीर पर मिले जख्मों के निशान से यह भी माना जा रहा है कि मृतकों पर पहले कुल्हाड़ी व फावड़े से हमला किया गया और फिर सिर पर सब्बल से वार कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया।
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तो बंधक बना लिया था किशोरी को  – मृतकों के घर का दरवाजा बृहस्पतिवार को खुला पड़ा मिला। मौका मुआयना के बाद इस बात की भी आशंका जताई जा रही है कि हत्यारे पशु औषधालय की बाउंड्री फांदकर घर में दाखिल हुए। इसके बाद बरामदे में सो रहे दंपति व उनके बेटे पर अचानक हमला बोल दिया जिससे उन्हें संभलने का मौका नहीं मिला। किशोरी नींद से जगी तो उसे बंधक बना लिया और फिर दरिंदगी के बाद उसे भी मौत के घाट उतार दिया।

पांच से छह थी हत्यारों की संख्या – मौके पर डॉग स्क्वॉड के साथ ही फोरेंसिक टीम को भी बुलाया गया। फोरेंसिक टीम ने भी मौके से फिंगरप्रिंट केसाथ ही अन्य नमूने एकत्र किए। इसके अलावा मौके से बरामद हथियारों को भी कब्जे में ले लिया। दरवाजे के पास एक पीले रंग का पॉलीबैग भी पड़ा था जिसे जांच के बाद फोरेंसिक टीम ने कब्जे में ले लिया। सूत्रों का यह भी कहना है कि मौकेसे नौ-10 लोगों के फिंगर प्रिंट के नमूने एकत्र किए गए हैं। इनमें से चार फिंगर प्रिंट मृतकों के हैं। ऐसे में यह भी माना जा रहा है कि वारदात में पांच से छह हत्यारे शामिल थे। उधर खोजी कुत्ता घर से निकलकर पहले दाहिनी ओर गया। फिर कुछ दूर जाकर वापस आने के बाद वह घर के पीछे करीब 200 मीटर तक गया। थोड़ी देर तक इधर उधर टहलने के बाद वह वापस चला आया। मौका मुआयना करने वाले पुलिसकर्मियों का मानना है कि हत्यारे बाउंड्री फांदकर घर में दाखिल हुए। फिर वारदात को अंजाम देने के बाद मुख्य दरवाजे से होकर भाग निकले। दरअसल वारदात मंगलवार देर रात की मानी जा रही है। यह वह वक्त था जब परिवार सो रहा था। ऐसे में यह तय है कि घर के लोग मुख्य दरवाजा बंद करकेही सोने गए होंगे। घर के बाईं ओर एक खाली प्लॉट है लेकिन उस ओर चहारदिवारी काफी ऊंची है। जबकि दाहिनी ओर स्थित पशु औषधालय की बाउंड्री बमुश्किल पांच से छह फीट की है। ऐसे में माना यही जा रही है कि हत्यारे इसी बाउंड्री को फांदकर घर के भीतर दाखिल हुए। फिर वारदात के बाद मुख्य दरवाजे से होकर भागे और यही वजह थी कि बृहस्पतिवार को घर का दरवाजा खुला मिला।

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