सज्जन सिंह वर्मा नेपीसीसी चीफ पद के लिए ठोकी दावेदारी
इंदौर. पीसीसी चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के दिल्ली जाने की अटकलों के बीच एमपी कांग्रेस में उठापटक शुरू हो गई है. सबकी नजर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद पर है. इस रेस में कई नेता शामिल हैं. अब इसमें नया नाम पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा का जुड़ गया है.
कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दावेदारी ठोक दी है. उन्होने आज इंदौर में कहा कि मैं प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष के लायक हूं. पर मैं दौड़ में नही हूं. राजनीति की रेस मुझे रास नहीं आती. हाईकमान के पास आंखे हैं. राजनीति के मापदंड और कसौटियां हैं उन कसौटियों पर मैं दोनों पदों के लिए खरा उतरता हूं. बावजूद इसके हाईकमान जिसे चाहे स्वतंत्रतापूर्वक प्रदेश अध्यक्ष बना दें. लीडर ऑफ अपोजीशन जिसे बनाना चाहे बना दे. वर्मा ने कहा हम तो कमलनाथ के शब्दों पर संकल्पबद्ध हैं जिसमें उन्होंने कहा है कि 2023 में कांग्रेस की सरकार बनाकर उसे हाईकमान के हाथों सौंप कर हमारी जो भूमिका रहेगी उसे निभा लेंगे.
सज्जन सिंह वर्मा ने विधानसभा के चार दिन के सत्र को लेकर भी सवाल उठाए. उन्होंने कहा तीन दिन के सत्र में पहला दिन तो कोरोना से दिवंगत हुए विधायकों को श्रद्धांजलि देने में चला जाएगा. बचे हुए दो दिन में कोई प्रश्न आप उठा नहीं पाओगे. हंगाम ये खुद कराएंगे. हंगामें की भेंट पूरा सत्र चढ़ जाएगा. न किसानों की बात हो पाएगी न कोरोना की बात हो पाएगी. न महंगाई का मुद्दा उठ पाएगा न ही अबोध बच्चों की बात हो पाएगी. ये सरकार अपना पहलू बचाकर निकलने की कोशिश करना चाहती है.
इसी दौरान वर्मा ने केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी की तारीफ करते हुए कहा गडकरी भारत सरकार के सफलतम मंत्रियों में से एक हैं. वो पूरी पारदर्शिता के साथ काम करते हैं. इसलिए मैंने उन्हें देवास जिले में फोरलेन चौड़ीकरण निर्माण के लिए अधिग्रहण किए गए मकान, जमीन के अवार्ड में अनियमितताएं और भ्रष्टाचार की जानकारी देने के लिए एक पत्र लिखा है. उनके मंत्रालय से जारी की गई अवार्ड राशि को लेकर स्थानीय अधिकारियों के भारी भ्रष्टाचार और अनियमितताओं की शिकायत देवास जिले के खातेगांव तहसील के गुराड़िया, दुलवा, रामनगर और मनासा तहसील के कन्नौद के लोगों ने की है. ग्रामीण पिछले कई दिनों से आंदोलन भी चला रहे हैं. वर्मा ने उम्मीद जताई कि गडकरी एक जिम्मेदार मंत्री होने के नाते अपने विभाग की छवि को धूमिल करने वाले अधिकारियों पर कार्रवाई कर ग्रामीणों को न्याय दिलाएंगे.