शेयर मार्केट की सबसे बड़ी गिरावटशेयर मार्केट की सबसे बड़ी गिरावट
नई दिल्ली. दुनिया भर में 26 नवंबर को ब्लैक फ्राइडे मनाया गया. भारतीय निवेशकों के लिए यह फ्राइडे वाकई ब्लैक साबित हुआ. एक अनुमान के मुताबिक, निवेशकों ने एक ही दिन में लगभग 7 लाख करोड़ रुपए गंवा दिए. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के सेंसेक्स में 1,687.9 अंकों की और निफ्टी में 509.8 अंकों की गिरावट दर्ज की गई.
ब्लैक फ्राइडे के दिन हुई यह गिरावट भारतीय शेयर बाजार में इस साल की 3 सबसे बड़ी गिरावट में से एक रही है. इसी साल 26 फरवरी को बाजार ने इससे भी बुरी गिरावट दर्ज की थी. उस दिन सेंसेक्स 1939.32 अंक गिरा था. 26 फरवरी के बाद 12 अप्रैल को सेंसेंक्स ने 1,707.94 अंकों की गिरावट देखी थी, जो इस साल का दूसरी सबसे बड़ी गिरावट थी. तीसरी सबसे बड़ी गिरावट 26 नवंबर को ब्लैक फ्राइडे के दिन देखी गई.
इस बड़ी गिरावट से पहले शेयर बाजार कई दिनों से गिर रहा था. 26 नवंबर को लगभग बाजार में 3% की गिरावट हुई, लेकिन उससे पहले लगभग 1 महीने में बाजार 6 परसेंट तक गिर चुका था. बाजार ने 19 अक्टूबर 2021 को रिकॉर्ड हाई बनाया था, जब सेंसेक्स ने 62,245 और निफ्टी ने 18,604 का हाई लगाया था. इस हाई के बाद से ही बाजार लगातार करेक्शन दिखा रहा था और उसके बाद जैसे-जैसे वैश्विक बाजार गिरे, उसी तरीके से भारतीय बाजार में भी गिरना शुरू कर दिया.
जमकर सेलिंग कर रहे हैं FIIs
घरेलू बाजार की बात करें तो यह अपने उच्चतम स्तर से अब तक लगभग 9% तक की गिरावट दर्ज कर चुका है. इस समय के दौरान वैश्विक बाजार भी लगातार प्रेशर में रहा है. इसके अलावा फॉरेन इंस्टीट्यूशंस ने भी जमकर सेलिंग की है. FIIs ने शुक्रवार को भी खूब सेलिंग की, जिसकी तुलना में DIIs की खरीदारी कम रही है.
भविष्य में क्या हैं संभावनाएं?
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के रिटेल रिसर्च हेड सिद्धार्थ खेमका कहते हैं कि आने वाले कुछ दिनों में भी मार्केट इसी तरह प्रेशर में नजर आएगी. मार्केट पर तब तक दबाव बना रहेगा जब तक कोविड-19 के नए वेरिएंट के बारे में पुख्ता जानकारी नहीं मिल जाती कि यह कम खतरनाक है.
PMS पर Hem सिक्योरिटीज़ के हेड मोहित निगम का कहना है कि जैसे-जैसे कोविड का खतरा बढ़ेगा, वैसे-वैसे डॉलर मजबूत होता जाएगा. इसके साथ ही विदेशी निवेशक अपना पैसा वापस अमेरिका में ले जाना शुरू कर चुके हैं.
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