लखनऊ

शहरभर में सरकारी प्रचारपटों पर चमक रहा है नरेन्द्र मोदी का चेहरा 

लखनऊ । रामतीर्थ मार्ग स्थित केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर निर्धारण कार्यालय के मुख्य गेट के बागल में लगे आज़ादी के अमृत महोत्सव नामक प्रचारपट के बहाने भाजपा के मुख्य प्रचारक और पिछले आठ वर्षों से लगातार प्रमुख चुनावी चेहरा बन चुके नरेन्द्र मोदी मौजूद है, लेकिन राजधानी के अमले को नज़र नहीं आता।उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक कार्यालय और वन विभाग मुख्यालय से चंद कदमों की दूरी पर आदर्श निर्वाचन आचार संहिता का खुला उल्लघंन करने वाला यह सरकार प्रचार जारी है, लेकिन इस पर कार्रवाई करना तो दूर इसका संज्ञान लेना भी निर्वाचन आयुक्त ने अब तक ज़रूरी नहीं समझा है।
यही हाल लालबाग में मौजूद अंग्रेजों के जमाने से चले आ रहे पुराने पोस्ट ऑफिस का भी है जहां रविवार को बंद पड़े पोस्ट ऑफिस की मुख्य खिड़की पर लोगों को मास्क पहने की अपील करते हुए नरेन्द्र मोदी बकायदा मौजूद नज़र आए। ऊपर भारत के राज्यचिन्ह तीन शेरों की लाॅट के साथ भाजपा के इस चुनावी चेहरे को हटाना निर्वाचन आयोग ने अब तक ज़रूरी नहीं समझा और यही कुछ हाल मकबरा रोड पर मौजूद ब्रह्मकुमारी कार्यालय के सामने सड़क पर चमक रहे भारत के पर्यटन और संस्कृति मंत्रालय के सरकारी प्रचारपट का भी है जिसमें प्रजापिता ब्रह्मकुमारी मिशन के संस्थापक दादा हंसराज के चेहरे के सामने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपने चिरपरिचित अंदाज में मौजूद हैं। यह प्रचारपट भी भारत के ही एक केन्द्रीय सरकारी विभाग द्वारा जारी किया गया और लखनऊ के जिलाधिकारी आवास और हजरतगंज थाने से चंद कदमों की दूरी पर मौजूद होने के बावजूद अब तक अपनी जगह पर है। ज्ञातव है कि तरूणमित्र ने कुछ समय पहले सिविल अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल में मौजूद सरकारी जनऔषधि केन्द्रों पर नरेन्द्र मोदी के चेहरे की मौजूदगी पर समाचार प्रकाशित किया था। अब ऐसी निर्वाचन नियमावली की खुली अवहेलना करने वाले उदाहरण पूरे लखनऊ शहर में तेजी से हमारे संज्ञान में लाये जा रहे हैं।देखना यह है कि निर्वाचन आयोग कब अपनी कुमकर्णी नींद से जागकर इन प्रचारपटों को हटाये जाने की कार्रवाई शुरू करने की हिम्मत दिखाता है।

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button