व्हाट्सएप ने वादा किया कि अधिग्रहण के बाद निजता नीति में कुछ भी नहीं बदलेगा. हालांकि अगस्त 2016 में व्हाट्सएप अपने वादे से पीछे हट गया और एक नई निजता नीति पेश की.