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विपक्षी पार्टियों ने शुरू की धड़ेबंदी राष्ट्रपति चुनाव ( राष्ट्रपति चुनाव)का समीकरण?

राष्ट्रपति चुनाव: देश के 5 राज्यों मेंअसेंबली के चुनावी नतीजों ने बीजेपी को इस साल होने वाले राष्ट्रपति पद के चुनाव  ( राष्ट्रपति चुनाव) में मजबूत स्थिति में ला दिया है.

राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि यूपी में बीजेपी की बड़ी जीत से पीएम नरेंद्र मोदी के पास राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के उत्तराधिकारी के बारे में फैसला करने का भरपूर मौका होगा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई, 2022 को पूरा हो जाएगा.

अगर यूपी में चुनाव की नतीजे समाजवादी पार्टी के पक्ष में गए होते तो बीजेपी को बीजू जनता दल , तेलंगाना राष्ट्र समिति , वाईएसआर कांग्रेस पार्टी जैसे दलों के समर्थन पर निर्भर रहना पड़ता.

लोकसभा के पूर्व महासचिव पी श्रीधरन ने कि यूपी में बंपर जीत के बाद अब राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को फायदा है. एक राजनीतिक विश्लेषक ने कहा कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में जीत के सिलसिले ने राष्ट्रपति चुनाव को भाजपा के लिए आसान बना दिया है.

बीजेपी के नेतृत्व वाले राजग में फूट पैदा करने के लिए NCP ने राष्ट्रपति चुनाव में संयुक्त विपक्षी उम्मीदवार के रूप में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम प्रस्तावित किया है. हालांकि बड़ा सवाल है कि क्या वह बीजेपी से अलग होंगे.

वहीं विपक्ष के एक धड़े ने राष्ट्रपति चुनाव के लिए NCP प्रमुख शरद पवार को संभावित उम्मीदवार के रूप में पेश किया था. हालांकि इस पर चर्चा ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाई. इसी बीच TRS के अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने भी राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर कुछ विपक्षी नेताओं से मुलाकात की थी.
बताते चलें कि राष्ट्रपति चुनाव के लिए बनने वाले निर्वाचक मंडल में कुल 4,896 होते हैं. इनमें राज्यसभा के 233 सदस्य, लोकसभा के 543 और विधानसभाओं के 4,120 सदस्य शामिल हैं. विधानपरिषदों के सदस्य और मनोनीत सदस्य निर्वाचक मंडल का हिस्सा नहीं होते हैं. इनमें प्रत्येक सांसद के वोट का मूल्य 708 निर्धारित होता है. जबकि राज्यों में एक विधायक के वोट का मूल्य वहां की आबादी के अनुपात में फिक्स किया जाता है.

सबसे ज्यादा यूपी के विधायकों के वोट
देश में सबसे ज्यादा आबादी होने की वजह से यूपी के विधायकों के वोट वेल्यू सबसे अधिक 208 है. इस प्रकार यूपी असेंबली के वोटों का कुल मूल्य 83,824, पंजाब का 13,572, उत्तराखंड का 4480, गोवा का 800 और मणिपुर का 1080 है.

इस तरह होता है राष्ट्रपति का चुनाव
राष्ट्रपति चुनाव एकल संक्रमणीय मत के जरिए आनुपातिक प्रतिनिधित्व की व्यवस्था का अनुसरण करते हैं. प्रत्येक वोट का मूल्य 1971 की जनगणना के आधार पर संबंधित राज्य की जनसंख्या के अनुपात में पूर्व निर्धारित होता है. इसके तहत 4,896 निर्वाचकों वाले निर्वाचक मंडल का कुल मूल्य 10,98,903 है. चुनाव जीतने के लिए उम्मीदवार को कम से कम 50 प्रतिशत के साथ एक अतिरिक्त वोट प्राप्त करना होता है.

 

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