विदेशी पर्यटकों का फिर से भारत का रूख, उद्यमियों और व्यापारियों में उत्साह
कोरोना काल में बुरी तरह प्रभावित पर्यटन क्षेत्र गत फरवरी में महामारी की तीसरी लहर के बाद इसका असर घटने के बाद विदेशी पर्यटक आगमन (एफटीए) से फिर से सुधार की ओर बढ़ रहा है और इससे जुड़े उद्यमियों एवं व्यापारियों में उत्साह की लहर भी है। पर्यटन विभाग के आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2022 में एफटीए बढ़कर 2.40 लाख रहा जोकि इससे पिछले महीने 2.01 लाख था। एफटीए में इजाफा स्थानीय टूर ऑपरेटरों और इससे जुड़े अन्य कारोबारियों के लिए बड़ी राहत है। दिसंबर 2021 में एफटीए 3.03 लाख पर पहुंच गया था लेकिन इससे अगले कोरोना संक्रमण के डर के कारण इसमें गिरावट दर्ज की गयी।
विदेशी मुद्रा भंडार 31.1 करोड़ डॉलर गिरकर 603.7 अरब डॉलर पर
विदेशी पर्यटकों के आगमन की संख्या अक्टूबर और नवंबर 2021 में क्रमश: 1.81 लाख और 2.51 लाख थी। एसटीआईसी ट्रैवल ग्रुप के चेयरमैन और कन्फेडरेशन ऑफ टूरिज्म प्रोफेशनल्स के अध्यक्ष सुभाष गोयल ने कहा कि निर्धारित अंतरराष्ट्रीय उड़ानें और ई वीजा की शुरुआत के बाद भारत में आने वाले पर्यटन में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि अगर स्थिति बरकरार रहती है और कोविड के कारण कोई रूकावट पैदा नहीं होती है तो हम 1.10 करोड़ का लक्ष्य छू लेंगे , बल्कि उसे भी पार कर जाएंगे। वर्ष 2019 में भारत ने करीब 30 अरब डालर की विदेशी मुद्रा कमायी थी। हम, वर्ष 2022-23 में 35 अरब डालर की कमायी करने की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने कहा कि हालांकि नियमित अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को फिर से शुरू करने और वीजा प्रतिबंधों में ढील के चलते आगामी महीनों में भारत आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होने की उम्मीद है, सरकार घरेलू पर्यटन को पुनर्जीवित करने पर ध्यान केंद्रित कर रही है। पर्यटन मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक पर्यटन क्षेत्र में पुनरुद्धार बड़े पैमाने पर घरेलू पर्यटन द्वारा किए जाने के तथ्य को स्वीकार करते हुए देखो अपना देश के विषय के तहत वेबिनार की एक श्रृंखला का आयोजन कर घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है।