खेल
लोग रह गए हैरान, हाथ में ये क्या अजीब चीज पहने फील्ड पर उतरे अंपायर
राजकोट. आईपीएल-9 के 19वें मैच में यहां रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और गुजरात लायंस की टीम के बीच मैच खेला गया। इस मैच में ऑस्ट्रेलियाई अंपायर ब्रूस ऑक्सेनफोर्ड हाथों में एक अजीब शील्ड पहनकर अंपायरिंग करते दिखे। दरअसल ये अजीब तरह की दिखने वाली शील्ड एक तरह की सेफ्टी डिवाइस है जो अंपायर्स को तेज चोट से बचाने के लिए बनाई गई है। और इसे बतौर एक्सपेरिमेंट इस मैच में अंपायर को पहनाया गया। क्यों जरूरत पड़ी इस एक्सपेरिमेंट की…
– आजकल मैचों में जिस तरह के बड़े बैट इस्तेमाल हो रहे हैं और पावरफुल शॉट लग रहे हैं ऐसे में अंपायरों की सेफ्टी खतरे में आ गई है।
– क्रिकेट फील्ड पर मौजूद अंपायर्स के पास रिएक्ट करने के लिए ज्यादा वक्त नहीं होता। ऐसे में उन्हें जानलेवा चोट भी लग सकती है।
– क्रिकेट फील्ड पर मौजूद अंपायर्स के पास रिएक्ट करने के लिए ज्यादा वक्त नहीं होता। ऐसे में उन्हें जानलेवा चोट भी लग सकती है।
– इसी वजह से अंपायर्स की सुरक्षा को ध्यान में रखकर ही ये सेफ्टी शील्ड वाला एक्सपेरिमेंट किया गया।
– अंपायर्स को चोट से बचाने के लिए इस तरह का एक्सपेरिमेंट कोई पहली बार नहीं किया गया है। पहले भी कई बार ऐसे एक्सपेरिमेंट हो चुके हैं।
– अंपायर्स को चोट से बचाने के लिए इस तरह का एक्सपेरिमेंट कोई पहली बार नहीं किया गया है। पहले भी कई बार ऐसे एक्सपेरिमेंट हो चुके हैं।
गेरार्ड एबूद पहन चुके हैं हेलमेट
– इससे पहले दिसंबर 2015 में ऑस्ट्रेलिया टी-20 लीग बिग बैश (BBL) के दौरान अंपायर गेरार्ड एबूद ने हेलमेट पहनकर अंपायरिंग की थी। उन्होंने मेलबोर्न रेनगेड और पर्थ स्कॉचर्स के बीच हुए मैच में हेलमेट पहना था।
– हेलमेट लगाने को लेकर एबूद का कहना था कि अंपायरिंग करने के दौरान जॉन वार्ड के घायल हो जाने के बाद इस तरह के सेफ्टी प्रिकॉशन्स बेहद जरूरी हो गए हैं।
– इस मैच के बाद एबूद ने खुलासा करते हुए कहा था कि वे इस तरह की सेफ्टी अपनाने के लिए काफी पहले से कह रहे हैं। क्योंकि टी-20 खेल पूरी तरह ताकत का खेल है। और इसमें अंपायर्स को काफी खतरा रहता है।
– बता दें कि दिसंबर 2015 में भारत में पंजाब और तमिलनाडु के बीच हुए रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान जॉन वार्ड बॉल लगने की वजह से घायल हो गए थे।
– इस मैच के बाद एबूद ने खुलासा करते हुए कहा था कि वे इस तरह की सेफ्टी अपनाने के लिए काफी पहले से कह रहे हैं। क्योंकि टी-20 खेल पूरी तरह ताकत का खेल है। और इसमें अंपायर्स को काफी खतरा रहता है।
– बता दें कि दिसंबर 2015 में भारत में पंजाब और तमिलनाडु के बीच हुए रणजी ट्रॉफी मैच के दौरान जॉन वार्ड बॉल लगने की वजह से घायल हो गए थे।
– फिलहाल ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट बोर्ड, कुछ अन्य बोर्ड और ICC के साथ मिलकर अंपायर्स की सेफ्टी के लिए कुछ उपकरण स्पेशली डिजाइन करने की कोशिश कर रहा है। ताकि उनकी सुरक्षा हो सके। ये एक्सपेरिमेंट भी उसी का हिस्सा है।