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भारत ने की यूक्रेन तनाव पर शांतिपूर्ण समाधान की अपील

नई दिल्ली। रूस और पश्चिमी देशों के बीच यूक्रेन को लेकर बढ़ते तनाव के बीच भारत ने गुरुवार को रचनात्मक राजनीतिक कोशिशों के जरिये शांतिपूर्ण समाधान की अपील की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाता सम्मेलन में तीन दिन पहले इस विषय पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक बैठक में भारत के बयान का जिक्र किया। उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में 31 जनवरी को इस मुद्दे पर बैठक हुई थी।

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक बैठक में भारत के बयान का जिक्र किया

हमने बैठक के दौरान इसको लेकर अपना विचार जाहिर करते हुए एक बयान जारी किया। मुझे इस पर और कुछ नहीं कहना। यह पूछे जाने पर कि यूक्रेन पर रूस के हमला करने की स्थिति में क्या अमेरिका यूरोप को भारत से तरल प्राकृतिक गैस (एलएनजी) की आपूर्ति करने पर विचार कर रहा है, बागची ने कहा कि वह इस तरह के अनुरोध से अवगत नहीं हैं। शांतिपूर्ण  यूक्रेन सीमा पर 1,20,000 सैनिकों की तैनाती के बाद रूस अब पड़ोसी देश बेलारूस की तरफ से भी यूक्रेन को घेर रहा है। इसके लिए रूस ने सैन्य अभ्यास के नाम पर 30 हजार सैनिक बेलारूस भेजे हैं।

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दोनों देशों का सैन्य अभ्यास 20 फरवरी तक चलना है। यह बात नाटो (उत्तरी अटलांटिक संधि संगठन) ने कही है। अमेरिका ने आशंका जताई है कि इस महीने के अंत में रूस यूक्रेन पर हमला कर सकता है। रूस ने यूक्रेन पर हमले की योजना से इन्कार किया है लेकिन वह अमेरिका से यूक्रेन को नाटो में शामिल न किए जाने का स्पष्ट आश्वासन चाहता है। अमेरिका ने ऐसा कोई आश्वासन देने से इन्कार कर दिया है। अमेरिका ने पूर्वी और मध्य यूरोप से नाटो के हथियारों की तैनाती हटाने की रूस की एक अन्य मांग को मानने से भी इन्कार कर दिया है। नाटो अमेरिका के नेतृत्व वाला सैन्य संगठन है जिसमें 29 अन्य देश शामिल हैं।

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