बैंकों के निजीकरण से ग्रामीण विकास बाधित होगा

लखनऊ। केंद्र सरकार द्वारा सार्वजनिक क्षेत्र की दो बैंकों के प्रस्तावित निजीकरण विधेयक के विरोध में बैंकिंग क्षेत्र के सभी नौ संगठनों ने यूनाइटेड फोरम आॅफ बैंक यूनियन के राष्ट्रव्यापी दो दिवसीय बैंक हड़ताल के आह्वान पर बैंक आॅफ बड़ौदा के सभी अधिकारियों व कर्मियों ने लखनऊ स्थित अंचल कार्यालय पर अपनी पूरी उपस्थिति दर्ज करायी।
प्रदर्शन की अगुवाई बैंक आॅफ बड़ौदा के अधिकारी संगठन के लखनऊ अचंल के सचिव व आइएनबीओसी के प्रांतीय महामंत्री संदीप सिंह ने की। उन्होंने सरकार के उपरोक्त कदम की कठोर निंदा करते हुए इसके ग्रामीण क्षेत्रों के विकास पर व्यापक नकारात्मक असर पड़ने की आशंका व्यक्त की। आम सभा को सम्बोधित करते हुए उप्र बैंक आॅफ बड़ौदा इम्प्लाइज यूनियन के अध्यक्ष करूणेश शुक्ल ने राष्ट्रीय संपत्तियों को पूंजी वादियों के हाथों में जाने से आमजन के हितों के भारी नुकसान होने की बात कही। आॅल इंडिया बैंक इम्प्लाइज यूनियन के नदीम सिद्दीकी ने इस कदम को सरकार की हठधर्मिता बताया। इस मौके पर अन्य प्रमुख वक्ताओं ने लम्बे संघर्ष के लिये तत्पर रहने की बात दोहरायी और कहा कि यदि सकारात्मक निर्णय नहीं लिये गये तो आगे भी ऐसे ही बैंकिंग हड़ताल यथावत जारी रहेगी।