धर्म - अध्यात्म
बताई थी युद्ध में अर्जुन की जीत, जन्म लेते ही हुई थी आकाशवाणी
कुंती पुत्र अर्जुन एक महान योद्धा था। उसकी वीरता और पराक्रम के चर्चे न केवल पृथ्वी पर बल्कि देवलोक तक थे। अर्जुन का जन्म जंगल में हुआ था। महाभारत के उद्योगपर्व के अनुसार, जब अर्जुन का जन्म हुआ था, उस समय कुंती के सामने एक आकाशवाणी हुई थी। उस आकाशवाणी ने अर्जुन के जन्म पर ही उसके महान वीर होने की और युद्ध में कौरवों का विनाश करके राज्य पाने की घोषणा कर दी थी।
उद्योगपर्व में बताई गई आकाशवाणी-
यन्मां वागब्रवीन्नस्क्त, सूतके सव्यसाचिनः।
पुत्रस्ते पृथिवीं जेता, यशश्चास्य दिवं स्पृशेत्।।
हत्वा कुरून् महाजन्ये, राज्यं प्राप्त धन्नजयः।
भ्रातृभिः सह कौन्तेयस्त्रीन्, मेधानाहरिष्यति।।
हत्वा कुरून् महाजन्ये, राज्यं प्राप्त धन्नजयः।
भ्रातृभिः सह कौन्तेयस्त्रीन्, मेधानाहरिष्यति।।
अर्थात-
अर्जुन के जन्म के समय जब कुंती कमरे में अकेली थी, उस समय आकाशवाणी ने कुंती से कहा था- ‘तेरा पुत्र सारी पृथ्वी को जीत लेगा। इसका यश स्वर्गलोक तक फैल जाएगा। यह महान संग्राम में कौरवों का संहार करके राज्य पर अधिकार कर लेगा, फिर अपने भाइयों के साथ तीन अश्वमेधयज्ञ करेगा’।