पुल के साथ खुद को बम से उड़ाया , इस यूक्रेनी सैनिक की शहादत..

कीव – जंग के वक्त देश का हर जवान जान देकर दुश्मनों से अपनी मातृभूमि की रक्षा करता है. यूक्रेन और रूस के बीच जारी युद्ध में भी एक सैनिक ने साहस की मिसाल कायम की है. दुश्मनों के टैंक को अपने देश पर आक्रमण करने से रोकने के लिए इस यूक्रेनी सैनिक ने रूस के कब्जे वाले क्रीमिया को यूक्रेन से जोड़ने वाले पुल के साथ खुद को भी उड़ा लिया. यूक्रेनी सेना के अनुसार, जब रूसी टैंकों ने आक्रमण किया, तो मरीन बटालियन इंजीनियर विटाली स्काकुन वोलोडिमिरोविच को दक्षिणी प्रांत खेरसॉन में हेनिचेस्क पुल पर तैनात किया गया था.
यूक्रेन की सेना द्वारा जारी बयान में कहा गया कि, हमले के वक्त सेना ने फैसला किया कि रूसी टैंक्स को रोकने के लिए एकमात्र तरीका है कि पुल को उड़ाना होगा और इसके बाद, वलोडिमिरोविच ने अपनी इच्छा से इस काम को अंजाम देना का फैसला किया.हालांकि, उसे एहसास हो गया कि वह वापस सुरक्षित नहीं आ पाएगा और ब्लास्ट में वह शहीद हो गया. विटाली स्काकुन की इस शहादत के चलते रूस की सेना को एक लंबा रास्ता अपनाने के लिए मजबूर होना पड़ा. जिससे यूक्रेनी सेना को जवाब देने के लिए और अधिक समय मिला.
यूक्रेन की सेना ने एक बयान में कहा कि, देश के लिए इस मुश्किल वक्त में जब यूक्रेन के नागरिक रूस की सेनाओं के कब्जे के कारण भागने को मजबूर हैं. ऐसे समय में यूक्रेन के नक्शे पर सबसे कठिन स्थानों में से एक क्रीमियन स्क्वेयर था, यहां टैंक कॉलम के प्रमोशन को रोकने के लिए जेनिश कार ब्रिज को उखाड़ फेंकने का फैसला लिया गया था.
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सेना के अनुसार, इस मुश्किल काम को अंजाम देने के लिए मरीन बटालियन के सैनिक स्काकुन विटाली वलोडिमिरोविच को बुलाया गया. इस दौरान पुल बदल दिया गया था लेकिन उसे वहां से निकलने का समय नहीं मिला और तुरंत एक विस्फोट हुआ. हमारा बहादुर भाई मारा गया. उसकी इस वीरता ने दुश्मनों की रफ्तार को काफी धीमा कर दिया. जिससे यूनिट मुकाबला करने के लिए और समय मिला.