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पनामा पेपर्स लीक: IT डिपार्टमेंट ने पूछे सवाल, अमिताभ की सफाई काफी नहीं
नई दिल्ली. टैक्स हैवन देशों में कंपनियां खरीदने के मामले में नाम सामने आने के बाद इन्कम टैक्स डिपार्टमेंट ने एक बार फिर अमिताभ बच्चन से कुछ सवाल पूछे हैं। अमिताभ को जवाब देने के लिए सात दिन का वक्त दिया गया है। बता दें कि पनामा पेपर्स लीक में अमिताभ और उनकी बहू ऐश्वर्या राय बच्चन का नाम सामने आया था। आरोप था कि इन दोनों ने टैक्स बचाने के लिए विदेशों में कंपनियां खरीदीं। अमिताभ इन आरोपों से पहले इनकार कर चुके हैं। उनकी सफाई के बावजूद उन्हें नोटिस दिया गया है।क्यों भेजा गया नए सवालों का सेट….
– अंग्रेजी अखबार ‘इंडियन एक्सप्रेस’ के मुताबिक, इंटरनेशनल कंर्सोशियम ऑफ इन्वेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) ने अमिताभ की कंपनियों को लेकर जो दावे किए थे। उन्हीं के आधार पर अमिताभ से नए सवाल पूछे गए हैं।
– सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में अमिताभ एक बार आईटी डिपार्टमेंट को जवाब भेज चुके हैं। इसमें उन्होंने विदेशों में कंपनियां खरीदने से इनकार किया था।
– अमिताभ ने एक पब्लिक स्टेटमेंट भी जारी किया था। इसमें भी उन्होंने टैक्स हैवन देशों में कंपनियां होने से इनकार किया था।
– अमिताभ ने कहा था कि किसी ने उनके नाम का गलत इस्तेमाल किया है।
– अमिताभ ने कहा था- मैंने सभी टैक्स चुकाए हैं। उस पैसे पर भी टैक्स दिया है जो विदेशों में खर्च किया गया है।
– सूत्रों के मुताबिक, इस मामले में अमिताभ एक बार आईटी डिपार्टमेंट को जवाब भेज चुके हैं। इसमें उन्होंने विदेशों में कंपनियां खरीदने से इनकार किया था।
– अमिताभ ने एक पब्लिक स्टेटमेंट भी जारी किया था। इसमें भी उन्होंने टैक्स हैवन देशों में कंपनियां होने से इनकार किया था।
– अमिताभ ने कहा था कि किसी ने उनके नाम का गलत इस्तेमाल किया है।
– अमिताभ ने कहा था- मैंने सभी टैक्स चुकाए हैं। उस पैसे पर भी टैक्स दिया है जो विदेशों में खर्च किया गया है।
सरकार ने अब तक क्या किया?
– पनामा पेपर्स लीक में जिन लोगों के नाम सामने आए थे, उनकी जांच के लिए सरकार ने एक मल्टी एजेंसी ग्रुप बनाया है।
– पनामा की कंपनी मोसेक फोंसेका के लीक हुए दस्तावेज में दावा किया गया था कि अमिताभ के चार विदेशी कंपनियों से कथित तौर पर कनेक्शन हैं या इन कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी है।
– पनामा की कंपनी मोसेक फोंसेका के लीक हुए दस्तावेज में दावा किया गया था कि अमिताभ के चार विदेशी कंपनियों से कथित तौर पर कनेक्शन हैं या इन कंपनियों में उनकी हिस्सेदारी है।
अमिताभ पर क्या हैं आरोप?
– द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट्स के मुताबिक, रिकॉर्ड्स से पता चलता है कि बच्चन बतौर डायरेक्टर इन कंपनियों में से दो की बोर्ड मीटिंग में ‘कॉन्फ्रेंस टेलिफोन’ के जरिए शामिल हुए थे।
– बहामास की ट्रम्प शिपिंग लिमिटेड और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड की सी बल्क शिपिंग कंपनी लिमिटेड की ये मीटिंग 12 दिसंबर, 1994 को हुई थी।
– इन मीटिंग्स के लिए वेन्यू थे, “38/39, The Esplanade, St Helier, Jersey, Channel Islands, JE4 8SD”
– दोनों कंपनियों की ओर से जारी सर्टिफिकेट ऑफ इनकम्बेंसी में भी अमिताभ का नाम डायरेक्टर और कंपनी के मेंबर के तौर पर दर्ज है।
– ये रिकॉर्ड्स जेद्दा की एक इन्वेस्टमेंट कंपनी से लिए 1.75 मिलियन डॉलर के लोन से जुड़े हैं।
– इसका जिक्र मोसेक फोंसेका के दस्तावेज में भी है।
– इन्हीं मीटिंग्स में एक रेजोल्यूशन पास किया गया।
– ये रेजोल्यूशन डालाह अलबारका इन्वेस्टमेंट कंपनी (डायको) के कॉन्स्टेलेशन शिप मैनेजमेंट बहामास को दिए गए 17.5 करोड़ डॉलर लोन के बारे में थे।
– ये लोन अमिताभ की कंपनी ट्रैम्प शिपिंग के सभी शेयर्स खरीदने के लिए दिया गया था।
– लोन के बदले में ‘एमवी सी ट्रैम्प’ नाम के जहाज को गिरवी रखा गया था। इस जहाज को अमिताभ की डायरेक्टरशिप वाली कंपनी ट्रैम्प शिपिंग लिमिटेड, बहामास चलाती थी।
– बहामास की ट्रम्प शिपिंग लिमिटेड और ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड की सी बल्क शिपिंग कंपनी लिमिटेड की ये मीटिंग 12 दिसंबर, 1994 को हुई थी।
– इन मीटिंग्स के लिए वेन्यू थे, “38/39, The Esplanade, St Helier, Jersey, Channel Islands, JE4 8SD”
– दोनों कंपनियों की ओर से जारी सर्टिफिकेट ऑफ इनकम्बेंसी में भी अमिताभ का नाम डायरेक्टर और कंपनी के मेंबर के तौर पर दर्ज है।
– ये रिकॉर्ड्स जेद्दा की एक इन्वेस्टमेंट कंपनी से लिए 1.75 मिलियन डॉलर के लोन से जुड़े हैं।
– इसका जिक्र मोसेक फोंसेका के दस्तावेज में भी है।
– इन्हीं मीटिंग्स में एक रेजोल्यूशन पास किया गया।
– ये रेजोल्यूशन डालाह अलबारका इन्वेस्टमेंट कंपनी (डायको) के कॉन्स्टेलेशन शिप मैनेजमेंट बहामास को दिए गए 17.5 करोड़ डॉलर लोन के बारे में थे।
– ये लोन अमिताभ की कंपनी ट्रैम्प शिपिंग के सभी शेयर्स खरीदने के लिए दिया गया था।
– लोन के बदले में ‘एमवी सी ट्रैम्प’ नाम के जहाज को गिरवी रखा गया था। इस जहाज को अमिताभ की डायरेक्टरशिप वाली कंपनी ट्रैम्प शिपिंग लिमिटेड, बहामास चलाती थी।