नासा के मंगल मिशन को लग सकता है ग्रहण ,जाने क्या है वजह ?

कैलिफोर्निया: अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा के मिशन मंगल पर गए इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर के फ्लाइट टेस्ट का अभी और इंतजार करना होगा. बता दें कि नासा की जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी ने टेक्निकल रुकावट के बाद टेस्ट करने का फैसला लिया था.
लेकिन ताजा एनालिसिस के अनुसार, अभी फ्लाइट टेस्ट के लिए अगले हफ्ते तक इंतजार करना पड़ेगा. बीते 9 अप्रैल को हुए हाई स्पीड रोटर स्पिनिंग टेस्ट के एनालिसिस के बाद टीम ने फैसला किया कि फ्लाइट टेस्ट को रोकना चाहिए.
जेट प्रोपल्शन लैबोरेटरी ने बताया कि इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर के फ्लाइट कंट्रोल सॉफ्टवेयर में रीइंस्टॉलेशन और मॉडिफिकेशन की जरूरत है. इसीलिए अभी तक फ्लाइट टेस्ट की तारीख पर आखिरी फैसला नहीं लिया गया है. इसके लिए अगले हफ्ते तक इंतजार करना होगा.
जान लें कि अभी सॉफ्टवेयर चेंज के वैलिडेशन और कुछ अन्य प्रक्रियाओं में वक्त लगने की संभावना है. अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि इस चुनौती से हम जल्द निपट लेंगे और किसी अन्य ग्रह पर पहली कंट्रोल पावर्ड फ्लाइट का इतिहास रचेंगे.
गौरतलब है कि इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर की हालत एकदम ठीक है. इसका एनर्जी कम्युनिकेशन सिस्टम सही से काम कर रहा है. नासा के अनुसार, अगर इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर टेक ऑफ करने और कुछ दूर तक घूमने में भी सफल रहा तो मिशन 90 फीसदी तक पूरा हो जाएगा. इसके अलावा अगर इनजेन्यूटी हेलिकॉप्टर लैंड होने के बाद भी सही से काम करता रहा तो और 4 फ्लाइट्स टेस्ट की जाएंगी.