अयोध्या
दिवाकर की रंगारंग प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध हुए दर्शक
अयोध्या। अयोध्या में सरयू तट पर स्थित राम कथा पार्क में आयोजित 40 वें रामायण मेला के तीसरे दिन की सांस्कृतिक संध्या में जिले के नामचीन अवधी लोक गायक दिवाकर द्विवेदी और उनकी टीम ने लोक गायन एवं भक्ति संगीत की मनोहारी छटा बिखेरी। सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की शुरुआत तुलसी कृत रामचरितमानस की लोकप्रिय चौपाई मंगल भवन अमंगल हारी के सु मधुर गायन से हुई । इसके बाद “राम मेरे छोटो सा”, “उत्तर दिशा मां सरजू माई”, “बजरंगबली ने फूंक दी सोने की लंका” तथा “गजब निक लागे अवध नगरिया” जैसी अनेक गीत संगीत की प्रस्तुतियों ने समारोह में समा बांध दी ।
श्री द्विवेदी के साथ सहगायक के रूप में राजेश यादव, अविनाश , गायिका उर्मिला राज , अंजली गुप्ता , अनीता उपाध्याय आदि ने भी सांस्कृतिक प्रस्तुतियों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई । संगीत में संगत कर रहे रवि पंडित, मोहित पंडित, घनश्याम एवं देवीलाल ने भी अपनी वादन कलाओं से दर्शक दीर्घा को मंत्रमुग्ध कर दिया।कार्यक्रम शुभारंभ के अवसर पर श्री द्विवेदी ने रामायण मेला समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि यह आयोजन अयोध्या की सांस्कृतिक धार्मिक एवं पौराणिक गरिमा तथा महत्ता को विश्व पटल पर प्रदर्शित करता है जिसमें उपस्थिति एवं भागीदारी सम्मान प्रतिष्ठा एवं गौरव का विषय है और यही वजह है मैंने इस मौके पर दुबई में मिले कार्यक्रम के ऑफर को छोड़कर अयोध्या आना पसंद किया। रामायण मेला से मेरा पुराना लगाव है तथा इस मेले में हमारी यह चौथी प्रस्तुति है। उन्होंने मेला समारोह में उपस्थित जन समुदाय से अपील की कि दुनिया में कहीं भी रहे और कुछ भी करें लेकिन अपनी मातृभाषा अवधी का प्रयोग जरूर करें और साथ ही अपनी मातृभूमि से लगाव जुड़ाव बनाए रखें।