दिल्ली ने कोरोना पर पाया काबू, 5वें सिरो सर्वे में 56 फीसदी लोगों में मिली एंटीबॉडी : सत्येंद्र जैन
नई दिल्ली। दिल्ली में हुए पांचवें सिरो सर्वे में दिल्ली की 56 से अधिक आबादी में कोरोना के खिलाफ एंटी बॉडी पाई गई है। दिल्ली सरकार द्वारा किया गया यह अब तक का सबसे बड़ा सिरो सर्वे है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने जनवरी महीने में राजधानी के सभी 11 जिलों में किए गए सिरो सर्वे के आंकड़ों की एक लिस्ट शेयर करते हुए बताया कि किस जिलों में कितने लोगों में एंटीबॉडीज पाई गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने मंगलवार को दिल्ली सचिवालय में आयोजित प्रेस वार्ता को संबोधित किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में अभी तक का सबसे बड़ा सिरो सर्वे 15 जनवरी से 23 जनवरी तक किया गया। इस सर्वे में 28,000 लोगों के सैंपल लिए गए थे। इस सर्वे रिपोर्ट में 56.13 फीसदी लोगों में कोरोना के खिलाफ एंटीबॉडीज पाई गई है। अब दिल्ली में पॉजिटिविटी दर 1 प्रतिशत से भी कम है। सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में अब कोरोना का कहर काफी कम हो चुका है नए मामले भी कम हैं और अस्पताल में कोरोना के मरीज भी कम भर्ती हो रहे हैं, लेकिन फिर भी आप मास्क जरूर लगाकर रखें। अभी आपको कुछ दिन और मास्क लगाने, हाथ साफ करते रहने और सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन की करने की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली में कुल 11 जिले हैं। इसमें नार्थ दिल्ली जिले में सबसे कम कोरोना की व्यापकाता थी। नार्थ दिल्ली जिले में 49.09 प्रतिशत थी और सबसे ज्यादा साउथ ईस्ट जिले के अंदर 62.18 प्रतिशत कोरोना की व्यापकता थी। इसे हम दूसरी तरह से कह सकते हैं कि 49 प्रतिशत से लेकर 62 प्रतिशत तक दिल्ली में लोगों के अंदर एंटीबॉडीज पाई गई हैं और औसतन 56.13 प्रतिशत लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं। यह सिरो सर्वे देश के अंदर सबसे बड़ा सिरो सर्वे था। अभी तक किसी भी राज्य ने इतना बड़ा सिरो सर्वे नहीं किया है। इस सर्वे को करने के लिए हमारे स्वास्थ्य विभाग ने दिन रात काम किया।
स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि जो पिछला सिरो सर्वे किया गया था, उसमें करीब 25 से 26 प्रतिशत लोगों में पॉजिटिव यानि एंटीबाॅडीज पाई गई थी। यह पांचवां सिरो सर्वे था। अब दिल्ली के अंदर कोरोना के केस काफी कम हो गए हैं। पिछले 10-12 दिनों से लगातार 200 से कम केस आ रहे हैं और पॉजिटिविटी दर जो एक समय 15 प्रतिशत पर चली गई थी, वह अब घटकर पिछले एक महीने से 1 प्रतिशत से भी कम है। फिर भी मैं दिल्ली के लोगों से कहना चाहूंगा कि पॉजिटिविटी दर कम है, केस भी बहुत कम है, हॉस्पिटल में मरीज भी बहुत कम भर्ती हो रहे है। इसके बावजूद भी मास्क जरूर लगा कर रखें और कोरोना के सभी नियमों का पालन जरूर करें। पिछले दो-तीन महीने में दिल्ली की जनता ने बहुत ज्यादा सहयोग किया है। सभी लोगों ने बहुत मेहनत भी की है। सड़क पर अब सभी लोग मास्क लगाकर निकलते हैं। अभी कुछ महीने और मास्क लगाने की जरूरत है और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने की आवश्यकता है। मुझे लगता है कि हम सब लोग मिलकर इस महामारी पर नियंत्रण पा सकेंगे।
डीजीएचएस की निदेशक डॉ. नूतन मुंडेजा बताया कि हमने यह सर्वे मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के साथ मिलकर किया है, जिसमें हमारे सभी जिला स्तरीय अधिकारियों ने हमारे साथ सहयोग दिया। इस सर्वे हमने एक नई टेक्नोलॉजी जो सीएलआईए तकनीक है, उसका उपयोग किया। यह तकनीक ज्यादा संवेदनशील है। सभी सैंपल हमने आईएलबीएस में करवाए हैं। हमने सभी वार्डों में से वहां की हर तरह की आबादी से सैंपल उठाए हैं और हमने हर वार्ड से 100 सैंपल उठाने का प्रयास किया है और इसमें हम कामयाब भी रहे हैं। हमने सभी वार्डों से कुल 28 हजार सैंपल लिए थे।