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दरगाह के मुफ्ती ने कहा- उन्हें न मानें मुसलमान, हाफिज सईद के खिलाफ फतवा जारी
बरेली.आतंकी संगठन जमात-उद-दावा चीफ हाफिज सईद पर गुरुवार को दरगाह आला हजरत से फतवा जारी हुआ है। मुफ्ती मुहम्मद सलीम बरेलवी ने हाफिज सईद को आतंकी विचारधारा रखने वाला शख्स बताया है। उन्हें मुसलमान मानने और बातों पर यकीन करने से मना किया है।क्या है पूरा मामला…
– सौदागरान दरगाह आला हजरत बरेली के मुफ्ती मुहम्मद सलीम बरेलवी, दारुल इफ्ता मंजरे इस्लाम से जयपुर के
मोहम्मद मोईनुद्दीन ने 12 अगस्त को लेटर भेजकर सवाल पूछा था।
– उन्होंने अपने लेटर में लिखा था कि आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का संस्थापक हाफिज सईद लोगों को खून-खराबे
– उन्होंने अपने लेटर में लिखा था कि आतंकी संगठन जमात-उद-दावा का संस्थापक हाफिज सईद लोगों को खून-खराबे
और आतंकी घटनाएं करने के लिए उकसाता है।
– क्या ऐसा शख्स मुसमलान कहलाने का हक रखता है?
– क्या ऐसे शख्स को मुसलमान माना जा सकता है?
– क्या ऐसे शख्स की बातों और तकरीरों को सुनना जायज है?
– क्या ऐसा शख्स मुसमलान कहलाने का हक रखता है?
– क्या ऐसे शख्स को मुसलमान माना जा सकता है?
– क्या ऐसे शख्स की बातों और तकरीरों को सुनना जायज है?
इस पर जवाब में फतवा जारी हुआ
– अल्लाह और रसूल की शान में गुस्ताखी करने वाले इस्लाम से खारिज हैं।
– जो उनको मुसलमान माने वह भी काफिर है।
– उनके साथ सलाम व कलाम और किसी भी तरह का ताल्लुक रखना हराम है।
– इसकी बातों को सुनना और इसे मुसलमान मानना नाजायज है।
– यह आतंकी विचारधारा रखने वाला शख्स है।
– यह अपनी आतंकी कार्यवाहियों से इस्लात और मुसलमानों को पूरी दुनिया में बदनाम और शर्मसार कर रहा है।
– ऐसे शख्स को न मुसलमान मानें और न ही उसकी उसकी किसी बात पर यकीन करें।
– इससे किसी किस्म का कोई ताल्लुक न रखें।
– खुद भी इससे दूर रहें। अपने लोगों को भी इससे दूर रखें।
– अपने आपको और अपने लोगों को भी इससे और इसकी विचारधारा से दूर रखें।
– जो उनको मुसलमान माने वह भी काफिर है।
– उनके साथ सलाम व कलाम और किसी भी तरह का ताल्लुक रखना हराम है।
– इसकी बातों को सुनना और इसे मुसलमान मानना नाजायज है।
– यह आतंकी विचारधारा रखने वाला शख्स है।
– यह अपनी आतंकी कार्यवाहियों से इस्लात और मुसलमानों को पूरी दुनिया में बदनाम और शर्मसार कर रहा है।
– ऐसे शख्स को न मुसलमान मानें और न ही उसकी उसकी किसी बात पर यकीन करें।
– इससे किसी किस्म का कोई ताल्लुक न रखें।
– खुद भी इससे दूर रहें। अपने लोगों को भी इससे दूर रखें।
– अपने आपको और अपने लोगों को भी इससे और इसकी विचारधारा से दूर रखें।