डॉ. हर्ष वर्धन ने दिल्ली में ट्रायल रन के लिए कोविड-19 के वैक्सीनेशन स्थलों की तैयारियों की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
नई दिल्ली। केन्द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. हर्ष वर्धन ने आज कोविड-19 के वैक्सीन के कल देश भर में 2 जनवरी, 2021 को किए जाने वाले ट्रायल रन के स्थलों पर तैयारियों से संबंधित उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने केन्द्रीय मंत्री को कल देश भर में किए जाने वाले ड्राइ-रन के निर्बाध कार्य के लिए किए गए विभिन्न सुधारों से अवगत कराया। इन सुधारों के अनुसार ड्राइ-रन करा रहे दलों से हर संभव प्रश्न का उत्तर दिए जाने के लिए टेलिफोन ऑपरेटरों की संख्या बढ़ा दी गई है, सभी स्थलों के वास्तविक निरीक्षण के लिए ब्लॉक स्तर के कार्य बल गठित किए गए हैं, सभी वर्कर को प्रक्रिया के बारे में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्नों के प्रसार के उद्देश्य से सजग बनाया गया है।
डॉ. हर्ष वर्धन ने यह सुनिश्चित करने के लिए वैक्सीनेशन स्थलों और वहां के प्रभारी अधिकारियों से केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा तैयार और राज्यों/केन्द्र शासित प्रदेशों के साथ ड्राइ-रन के लिए साझा करने वाली मानक प्रचालन प्रक्रिया और विस्तृत चेक लिस्ट आदि का पालन सुनिश्चित करने के लिए कहा। डॉ. हर्ष वर्धन ने ड्राइ-रन की प्रक्रिया को सुचारू और उत्तम बनाने के लिए प्रशासनिक और चिकित्सा अधिकारियों के बीच पूर्ण समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया, ताकि चिकित्सा अधिकारी वैक्सीनेशन ड्राइव के व्यापक कार्यान्वयन कर सकें।
उन्होंने चुनाव जैसी व्यापक भागीदारी वाले ऐसे कार्यक्रम के महत्व पर फिर जोर देते हुए कहा कि आइए हम इसे रियल एक्सरसाइज के रूप में कार्यान्वित करें और इससे संबंधित विस्तृत बारीकियों पर पूरा ध्यान दें। समुचित समन्वय आपसी समझबूझ विकसित करने में मददगार होगा, ताकि आगामी टीकाकरण अभियान बिना किसी बाधा के चलता रहे।
दिल्ली में 1994 में पल्स पोलियो अभियान का उल्लेख करते हुए डॉ. हर्ष वर्धन ने कहा कि वैक्सीनेशन का अभियान विचार-विमर्श और जनता की भागीदारी पर आधारित है, इसलिए प्रासंगिक पक्षों, एनजीओ, सामाजिक संगठनों और अन्य पक्षों का सहयोग लिया जाना चाहिए। उन्होंने ड्राइ-रन और वैक्सीनेशन स्थलों, कोल्ड चेन प्वाइंट और वैक्सीन को ले जाए जाने के दौरान पर्याप्त सुरक्षा प्रबंध किए जाने की जरूरत बताई।
डॉ. हर्ष वर्धन ने दिल्ली के अधिकारियों स्वास्थ्य सचिव श्री अमित सिंगला, शाहदरा, मध्य और दक्षिण पश्चिम जिलों के जिला मजिस्ट्रेट और जिला टीकाकरण अधिकारियों से बात की। गुरू तेगबहादुर अस्पताल शाहदरा, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र दरियागंज और वेंकटेश्वर अस्पताल द्वारका में ड्राइ-रन किया जाएगा।
अधिकारियों ने बताया कि निर्धारित टीम को संबंधित कार्य के लिए पर्याप्त प्रशिक्षण दिया गया है और अधिकारी स्वयं प्रक्रिया के प्रत्येक पहलू पर स्वयं निगरानी रखेंगे, ताकि खामियों की पहचान कर उनकी जानकारी दी जा सके। अधिकारियों ने केन्द्रीय मंत्री को स्थल स्थापित करने, डेटा के मिलान और इसे अपडेट करने, इसे कोविन पर अपलोड करने, वैक्सीन लगाने वालों का प्रशिक्षण, टीकाकरण के बाद विपरीत प्रभाव से निपटने की तैयारियों, कोल्ड चेन प्रबंधन स्थल की सुरक्षा और वैक्सीन के भंडारण स्थल समेत ड्राइ-रन के लिए की गई तैयारियों से अवगत कराया। उन्होंने मॉक ड्रिल के बारे में की गई तैयारियों के प्रति विश्वास व्यक्त किया और केन्द्रीय मंत्री को भरोसा दिलाया कि निर्धारित टीम पहचान किए गए लाभार्थियों को वैक्सीन लगाने की वास्तविक प्रक्रिया के लिए पूरी तरह तैयार हैं।
डॉ. हर्ष वर्धन ने अधिकारियों को उन दो वैक्सीन कैंडीडेट की वर्तमान स्थिति से अवगत कराया, जिनका डेटा ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया-डीसीजीआई की सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमिटी में बारीकी से विचाराधीन है। उन्होंने अग्रिम पंक्ति के वर्करों के प्रयासों की सराहना की और लोगों की जीवन रक्षा करते अपनी जान कुर्बान करने वाले कोरोना वॉरियर्स के प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की।
बैठक में केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण, मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव सुश्री वंदना गुरनानी और डॉ. मनोहर अगनानी, संयुक्त सचिव श्री लव अग्रवाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।