डकैती मामले में मास्टरमाइंड सहित तीन गिरफ्तार
फरीदाबाद। ग्रीन फील्ड कालोनी में संथोजी परिवार को बंधक बनाकर सोमवार को हुई डकैती का मामला सुलझाते हुए इंस्पेक्टर विमल कुमार और उनकी टीम ने तीन आरोपितों को गिरफ्तार किया है। इनकी पहचान पानीपत समालखा के गांव मनाना निवासी मनजीत उर्फ सूरड़ा, सुरेंद्र उर्फ चैंगो और राजेश उर्फ नीटू के रूप में हुई है। इनके दो साथी अभी फरार हैं। आरोपितों ने सोमवार शाम ग्रीन फील्ड कालोनी में राजीव संथोजी के परिवार को पिस्टल के बल पर बंधक बना लिया था। इसके बाद लाखों के सोने के आभूषण व मोबाइल लूटकर फरार हो गए थे।
क्राइम ब्रांच के मुताबिक मनजीत उर्फ सूरड़ा डकैती का मास्टरमाइंड है। वह एनसीआर में बाउंसर की नौकरी कर चुका है। उसके पास लाइसेंसी पिस्टल भी है। इसी पिस्टल का प्रयोग उसने वारदात में किया। उसने ग्रीन फील्ड कालोनी के पास स्थित ओमैक्स सोसायटी में भी बाउंसर की नौकरी की थी। तभी से वह संथोजी परिवार को जानता था। उसके सामने ही संथोजी परिवार ने ग्रीन फील्ड कालोनी में मकान खरीदा था। तब मनजीत को लगा कि परिवार के पास काफी नकदी है। इसलिए उसने इस परिवार को निशाना बनाया।
पुलिस के मुताबिक मास्टरमाइंड मनजीत जुआ खेलने व खिलाने में संलिप्त है। जुए के चलते उसके ऊपर 80 लाख रुपये का कर्जा हो गया था। यह कर्जा उतारने के लिए उसने संथोजी परिवार को निशाना बनाया। इससे पहले वह संथोजी परिवार के 21 वर्षीय बेटे का अपहरण कर फिरौती मांगने की साजिश रच रहा था। चार बार कोशिश की, मगर अपहरण में कामयाबी नहीं मिली। तब उसने डकैती की साजिश रची।
यह था पूरा मामला : सोमवार शाम राजीव संथोजी, उनका दोस्त हेमंत किरोला, मां क्लारा संथोजी, भांजे मार्क और इशान पंत तीन नौकरों सहित घर पर मौजूद थे। तभी दो युवक चेहरे ढककर घर में घुस आए। उनमें से एक ने पिस्टल निकालकर घर के सभी सदस्यों को एकत्र कर लिया। इसके बाद दो और युवक घुस आए। सभी ने परिवार को बंधक बनाकर अलमारियों से आभूषण निकाल लिए। जाते हुए इसी परिवार की कार में राजीव संथोजी के भांजे मार्क और इशान को भी बिठा लिया और चले गए। घर से कुछ दूरी पर दोनों को नीचे उतारकर आरोपित फरार हो गए।