टीएसएम अस्पताल में कमियां मिलने पर डीएम नाराज
लखनऊ। कोविड रोगियों को इलाज में कोई दिक्कत तो नहीं आ रही, यह देखने गुरुवार को डीएम अचानक पुराने लखनऊ स्थित टीएस मिश्रा अस्पताल पहुंचे। यहां कई कमियां सामने आने पर डीएम ने नाराजगी जताई। अस्पताल में सिर्फ 28 मरीजों की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से होती मिली। इसके अलावा डॉक्टरों से भी फोन पर सम्पर्क नहीं हो पाया। डीएम अभिषेक प्रकाश को चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि अस्पताल में अतिरिक्त मिलाकर 102 बेड हैं। सभी पर मरीज भर्ती हैं। पहले तल पर स्थित एसचडीयू में 18 बेड हैं जो फिलहाल खाली हैं। क्रिटिकल केयर वार्ड छठी मंजिल पर है जिसमें 28 बेड हैं। दो स्थानों पर कंट्रोल रूम बनाए गए हैं। डीएम ने एक ही स्थान से कंट्रोल रूम संचालित करने का निर्देश दिया। ड्यूटी चार्ट के निरीक्षण में पाया गया कि डॉ. संदीप और डॉ. मो. उमैर ड्यूटी पर हैं। जब उनको कॉल की गई तो सम्पर्क नहीं हो पाया। चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि नेटवर्क समस्या है। सीसीटीवी के जरिए सिर्फ क्रिटिकल केयर मरीजों की निगरानी होने पर डीएम ने फटकार लगाते हुए अस्पताल प्रबंधन को सभी भर्ती मरीजों के वार्ड में कैमरे लगाने का निर्देश दिया। अस्पताल में ट्रूनॉट मशीन का भी ठीक से उपयोग नहीं मिला। अस्पताल में किसी सीनियर रेजीडेंट की ड्यूटी भी नहीं लगाई गई। इन सब पर डीएम ने सुधार का निर्देश दिया है। मॉनीटर लगने के बाद बढ़ जाएंगे केजीएमयू में 36 बेडकेजीएमयू लिंब सेंटर में नए शुरू हुए कोविड अस्पताल का कमिश्नर रंजन कुमार और डीएम अभिषेक प्रकाश ने निरीक्षण किया। सबसे पहले कमिश्नर ने गंभीर मरीजों के लिए बेड बढ़ाने की दिशा में क्या कार्य हो रहे हैं, इस पर सवाल किया। प्रभारी डॉ. अविनाश अग्रवाल ने बताया कि मॉनीटर अभी नहीं आए हैं। जैसे ही लग जाएंगे 36 बेड और बढ़ जाएंगे। निरीक्षण के दौरान पाया गया कि वर्तमान में चिकित्सालय परिसर में तीमारदारों को रहने की व्यवस्था नहीं है। इस पर डीएम ने निर्देश दिया कि ग्रीन जोन में तीमारदारों के लिए व्यवस्था की जाए। दोनों अधिकारियों ने न्यू ब्लॉक चतुर्थ तल स्थित कंट्रोल रूम का निरीक्षण भी किया। अस्पताल में 110 में से 82 पर मरीज भर्ती मिले।