जेम्स करेगा ब्रह्मांड की पड़ताल !!
अमेरिका – दुनिया की सबसे बड़ी और सर्वाधिक शक्तिशाली अंतरिक्ष दूरबीन शनिवार को अपने अभियान पर रवाना हो गई। ये आरंभिक तारों और आकाशगंगाओं की खोज के साथ ही जीवन के संकेतों का पता लगाने के लिए ब्रह्मांड की पड़ताल करेगी। नासा की ‘जेम्स वेब अंतरिक्ष दूरबीन’ ने दक्षिण अमेरिका के फ्रेंच गुयाना अंतरिक्ष केंद्र से क्रिसमस की सुबह यूरोपीय रॉकेट ‘एरियन’ पर सवार होकर अंतरिक्ष के लिए उड़ान भरी। लगभग 10 अरब डॉलर की लागत से बनी यह वेधशाला अपने स्थान तक पहुंचने में 16 लाख किलोमीटर या चंद्रमा से चार गुना अधिक दूरी की यात्रा तय करेगी।
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इसे वहां पहुंचने में एक महीने का समय लगेगा और फिर अगले पांच महीनों में इसकी अवरक्त आंखें ब्रह्मांड की पड़ताल शुरू करने के लिए तैयार होंगी। नासा के ऐडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्सन ने इस हफ्ते की शुरुआत में कहा था, ‘यह हमें हमारे ब्रह्मांड और उसमें हमारे स्थान की बेहतर समझ देने जा रही है कि हम कौन हैं, हम क्या हैं।’ हालांकि, उन्होंने आगाह करते हुए यह भी कहा था, ‘जब आप एक बड़ा पुरस्कार चाहते हैं, तो आपके सामने आमतौर पर एक बड़ा जोखिम होता है।’
पुरानी हबल अंतरिक्ष दूरबीन के उत्तराधिकारी के रूप में, लंबे समय से लंबित जेम्स वेब दूरबीन का नाम 1960 के दशक में नासा के प्रशासक रहे जेम्स वेब के नाम पर रखा गया है। इस नई सात टन वजनी दूरबीन को बनाने और प्रोजेक्ट करने के लिए नासा ने यूरोपीय और कनाडाई अंतरिक्ष एजेंसियों के साथ भागीदारी की, जिस पर 1990 के दशक से 29 देशों के हजारों लोग काम कर रहे थे। दुनियाभर में एस्ट्रोनॉमर्स को इस दूरबीन के प्रोजेक्शन का बेसब्री से इंतजार था। अंतिम-मिनट की तकनीकी खराबी ने लॉन्चिंग को लगभग एक हफ्ते तक प्रभावित किया और फिर तेज़ हवा ने इसे क्रिसमस की ओर धकेल दिया।
नियंत्रण कक्ष में मौजूद लोगों ने सांता टोपियां पहन रखी थीं। दूरबीन की लॉन्चिंग के बाद केंद्र में तालियों की गड़गड़ाहट हुई और उत्साही वैज्ञानिकों ने एक-दूसरे को गले लगाया। वे दूरबीन का नाम लेकर चिल्ला रहे थे, ‘गो वेब (जाओ वेब)।’ एरियनस्पेस के मुख्य कार्याधिकारी स्टीफन इज़राइल ने लॉन्चिंग के बाद कहा, ‘हमने आज सुबह मानवता के लिए प्रोजेक्शन किया।’ दूरबीन में कई उपकरण लगे हैं और इसमें सोने की परत चढ़ा एक दर्पण भी लगा है।