नारी व बाल जगत

जीवन में कभी नहीं हुए थे इस महिला को पीरियड, ‘चमत्कार’ से बनी मां

स्कॉटलैंड: किसी भी महिला के जीवन में मां बनना सबसे खूबसूरत अहसास होता है. लेकिन कई बार मेडिकल कंडीशन ऐसी बन जाती है कि मां बनना नामुमकिन सा लगने लगता है. ऐसा ही हुआ नाओमी एलन के साथ जब उन्हें पता चला कि उनके शरीर में गर्भाशय ही नहीं है लेकिन इसके बाद भी एलन मां बनीं.

स्कॉटलैंड की नाओमी एलन ने पहली बार अपना अल्ट्रासाउंडकराया तो मेडिकल स्टाफ को लगा कि शायद नाओमी ठीक तरह से पानी पीकर नहीं आई हैं. जिसकी वजह से उनके शरीर में गर्भाशय दिखाई नहीं दे रहा है. MRI स्कैन के बाद पता चला कि नाओमी के शरीर में न तो यूट्रस है और न ही वॉम्ब. इसके सात ही तय हो गया कि नाओमी प्राकृतिक तौर पर कभी भी मां नहीं बन सकतीं.

नाओमी की इस रेयर कंडीशन के बारे में बचपन में ही उनके घर वालों को संकेत मिलने लगे थे. नाओमी की इस कंडीशन के बारे में उनकी मां को तब पता चला जब वो 12 साल की थीं. सामान्य तौर पर इस उम्र में लड़कियों को पीरियड आते हैं, लेकिन नाओमी को नहीं आए. इसके बाद नाओमी की मां उन्हें डॉक्टर के पास ले गईं. डॉक्टर ने उनकी काउंसिलिंग भी की, लेकिन नाओमी तब इस बात की गंभीरता को समझ नहीं पाईं. वे बेफिक्र होकर आराम से अपनी जिंदगी जीती रहीं.

नाओमी को एमआरकेएच नाम की दुर्लभ मेडिकल कंडीशन थी. एमआरकेएच सिंड्रोम 5,000 महिलाओं में से एक को प्रभावित करता है. नाओमी को तब इस बात से ज्यादा धक्का लगा जब उनके ब्वॉयफ्रेंड ने ही उनका कई बार मजाक बनाया. इसके बाद नाओमी दूसरे रिलेशनशिप में गई और अपने नए पार्टनर को अपनी स्थिति के बारे में बताया. नाओमी और उनके पार्टनर ने सरोगेसी के जरिये अपने बायोलॉजिकल बच्चे को इस दुनिया में लाने का निर्णय लिया. आखिरकार उनकी कोशिश रंग लाई और सरोगेसी के जरिये नाओमी एलन और सेम की बेटी इलियाना इस दुनिया में आई.

 

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