दिल्ली

जाने क्यों नागपुर एयरपोर्ट पर 24 सालों तक खड़ा रहा बोइंग 720 जहाज ?

नई दिल्ली. कई बार लोग बिन बुलाए मेहमान का ठीक से स्वागत नहीं करते हैं. इसके बावजूद वो घर में पड़े रहते हैं. ऐसी ही कहानी है एक जहाज की. वो जहाज जो नागपुर के एयपोर्ट पर 24 साल तक खड़ा रहा. साल 1991 में लैंड होने वाला ये जहाज दोबोरा कभी अपना देश वापस नहीं लौटा. कानूनी उलझन और मालिक की बेरुखी ने इस जहाज को अनाथ बना दिया.

21 जुलाई 1991 को इस विमान ने नागपुर एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिग की. बोइंग 720 के इंजन में खराबी आ गई थी. लिहाजा इसे इमरजेंसी लैंडिंग की परमिशन दे दी गई. उस वक्त ये जहाज एक प्राइवेट जेट के तौर पर उड़ान भर रहा था. आमतौर पर ऐसे हालत में लैंडिंग के बाद जहाज के पास मेंटेनेंस की एक टीम भेजी जाती है, जो किसी भी खराबी को लेकर इंजन को चेक करती है. लेकिन ऐसा इस जहाज के साथ नहीं हुआ, बल्कि वो रनवे के पास ही पड़ा रहा. और आखिरकार आज से 6 साल पहले यानी साल 2015 में इसे यहां से हटाया गया.

कानूनी पचड़े में फंसने के बाद जहाज़ रनवे पर ही पड़ा रहा, लेकिन बाद में दूसरे जाहजों के ऑपरेशन में दिक्कतें आने लगीं. लिहाज़ा इसे रनवे से 150 मीटर दूर खिसका दिया गया. अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक नियामक डीजीसीए की बार-बार चेतावनी के बावजूद नागपुर एयरपोर्ट के निजी मालिकों ने विमान को खिसकाने से मना कर दिया. जुलाई 2011 तक, जब डीजीसीए ने हवाईअड्डा संचालक का लाइसेंस छीनने की धमकी दी. कहा गया कि विमान को रनवे से 600 मीटर की सुरक्षित दूरी ले जाया जाए.

आखिरकार साल 2015 में नया एयरपोर्ट बनने के दौरान 29 सितंबर को इस जहाज को नागपुर फ्लाइंग क्लब भेजा गया. 24 साल बाद इस विमान को खींचने के लिए नए टायर का एक सेट लाया गया. सिर्फ 30 मिनट में ही इसे नागपुर के फ्लाइंग क्लब में पहुंचा दिया गया. ये जहाज साल 1961 से उड़ान भर रहा था. इस दौरान इसे तीन अलग-अलग हाथों के ज़रिए भेजा गया. के साथ, क्यों इसे नागपुर में ही रहना पड़ा. आईए विस्तार से पढ़ते हैं इस दिलचप्स कहानी को.

 

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button