जल्द ही उत्तराखंड के दौरे पर आएंगे असदुद्दीन ओवैसी

देहरादून: असदुद्दीन ओवैसीएआईएमआईएमकी पार्टी एआईएमआईएम ने भी उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022में चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है. ऐसे में प्रदेश में भाजपा, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी और अब एआईएमआईएम की एंट्री के साथ मुकाबला दिलचस्प होने वाला है.एआईएमआईएमके प्रदेश अध्यक्ष डॉ नय्यर काजमी ने बताया कि पार्टी अगामी विधानसभा चुनाव में 22 सीटों पर किस्मत आजमा सकती है.
भाजपा, कांग्रेस और आप के बाद अब ओवैसी की पार्टी की एंट्री से विधानसभा चुनाव में ध्रुवीकरण की राजनीति अपने चरम पर होने की संभावना है. एआईएमआईएमके उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष डॉ नय्यर काजमी ने बताया कि आगामी कुछ दिनों में असदुद्दीन ओवैसी उत्तराखंड आएंगे और विधानसभा चुनाव के लिए अपने अपने प्रत्याशियों का ऐलान करेंगे.
उन्होंने कहा कि भाजपा और कांग्रेस दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं. दोनों पार्टियों ने उत्तराखंड की जनता को ठगने का काम किया है. लेकिन इस बार प्रदेश की जनता ठगी जाने वाली नहीं है. इस बार हमारी पार्टी उत्तराखंड में 22 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर दावेदारी पेश करेगी. हमलोग इन सीटों पर जीत हासिल करेंगे.
बीते बुधवार को रुड़की में एआईएमआईएम का पहला राजनीतिक कार्यक्रम हुआ था. जिसमें डॉ. नय्यर काजमी को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई. अब उत्तराखंड में एआईएमआईएम का जनाधार बढ़ाने की जिम्मेदारी डॉ. नय्यर काजमी पर है. कार्यक्रम में एआईएमआईएम यूपी के प्रदेश अध्यक्ष शौकत अली भी आये थे. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कांग्रेस पर मुस्लिमों और दलितों के दमन का आरोप लगाया.
गौरतलब है कि हरिद्वार, उधमसिंह नगर से लेकर हल्द्वानी और देहरादून में बड़ी संख्या में अल्पसंख्यक समाज के लोग रहते हैं. ऐसे में ओवैसी की एंट्री से चुनावी ध्रुवीकरण की राजनीति आने वाले समय में उत्तराखंड में भी देखने को मिलेगी. उत्तराखंड का अल्पसंख्यक वोटर ज़्यादातर कांग्रेस का परंपरागत वोटर माना जाता है.हालांकि आम आदमी पार्टी भी सेंधमारी में जुटी है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आगामी चुनाव किस करवट रंग लेता है.