main slideमनोरंजनराज्य

जब नौकरी के लिए गोविंदा को भटकना पड़ा था इधर-उधर, जॉब मिलना हो गया था मुश्किल !!

बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा को भी कभी नौकरी के लिए इधर-उधर भटकना पड़ा था। अंग्रेजी नहीं बोल पाने के कारण उनके लिए नौकरी करना मुश्किल हो गया था और उन्हें जॉब नहीं मिली थी। इस बात का खुलासा खुद गोविंदा ने ही अपने एक इंटरव्यू किया था। कॉमर्स ग्रेजुएट गोविंदा ने अपने उस वक्त के बारे में बताया जब उन्हें नौकरी के लिए एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर के चक्कर काटने पड़े थे।

हल्द्वानी पहुंचे मोदी बोलेः उत्तराखंड को पिछली सरकारों ने लूटा

गोविंदा ने कहा था कि वह स्टीवर्ड की नौकरी के लिए ताजमहल होटल में एक साक्षात्कार के लिए गये थे। लेकिन वह यह नौकरी पाने में असफल रहे थे। क्योंकि वह अंग्रेजी नहीं बोल पाये थे। उन्होंने कहा कि वह इंटरव्यू के दौरान अंग्रेजी नहीं बोल पाये थे।  गौरतलब है कि गोविंदा को फिल्मों में उनके जबरदस्त अभिनय और कॉमिक टाइमिंग के लिए जाना जाता है। 90 के दशक में उन्होंने कई ऐसी कॉमेडी फिल्में कीं जो अब भी बेहद लोकप्रिय हैं।

चाहे फिल्म ‘कुली नंबर 1’ हो या ‘हद कर दी आपने’ इन फिल्मों को देखकर लोग हंसने पर मजबूर हो जाते हैं। 80 और 90 के दशक में गोविंदा उन अभिनेताओं में शामिल थे जिनका सितारा बुलंद था। उस वक्त वह जिस फिल्म में होते थे वह बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर साबित होती थी। यह भी कहा जा सकता है कि वह गोविंदा ही थे जो बॉलीवुड के तीन खानों को उस वक्त टक्कर देते थे।

गोविंदा की फिल्में राजा बाबू, कुली नम्बर 1,दीवाना मस्ताना, बड़े मिया छोटे मिया, हीरो नम्बर 1, साजन चले ससुराल, दुलारा, शोला और शबनम, दूल्हे राजा, हसीना मान जाएगी इत्यादि ब्लॉकबस्टर साबित हुईं। उनके पिता अरुण कुमार अहूजा अपने दौर में एक मशहूर कलाकार थे। उन्होंने 30-40 फिल्मों में काम भी किया था। वहीं, गोविंदा की मां निर्मला देवी शास्त्रीय गायिका थीं, जो फिल्मों में गाया करती थीं।

 

Show More

यह भी जरुर पढ़ें !

Back to top button