खुद को जिंदा साबित करने के लिए धरने पर बैठे थे भूस्वामी, सीएम योगी ने लिया संज्ञान
मिर्जापुर उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले की मड़िहान तहसील के अमोई गांव के निवासी भोला सिंह के मामले का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है। सीएम ने शासन के इंटरनेट मीडिया लखनऊ के माध्यम से जिलाधिकारी को निर्देशित किया हैं कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जाए।
अगर भोला जीवित हैं तो उनके नाम को खतौनी में दर्ज किया जाए। जो भी इस मामले में दोषी अधिकारी या कर्मचारी हो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न बरती जाए। उन्होंने एक सप्ताह के अंदर जांच कर कार्रवाई की रिपोर्ट भेजने को कहा है।
भोला सिंह शनिवार को जिला मुख्यालय पर धरने पर बैठकर अपने को जीवित रहने का प्रमाण पत्र मांग रहे थे। इसको ‘अमर उजाला’ ने रविवार के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया था। भोला सिंह पिछले 15 सालों से शासन प्रशासन के पास पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगा रहे हैं। बताया कि वे सदर तहसील के अमोई गांव के रहने वाले हैं और दो भाई हैं। पहले वे हैं और दूसरे राजनारायण हैं।
बताया कि 24 दिसंबर 1999 में राजस्व निरीक्षक और लेखपाल अमोई ने उन्हें अपनी रिपोर्ट में मृत दिखाकर उनके भाई राजनारायण का नाम खतौनी में चढ़ा दिया था। इसके बाद उनके भाई ने जमीन पर कब्जा करते हुए 27 बिस्वा में से दस बिस्वा भूमि बेच दी। इसकी जानकारी होने पर जब उन्होंने विरोध जताया तो उनके भाई ने कहा कि सारी भूमि उनकी है। भोला का कुछ नहीं है।