खास ऐप का इस्तेमाल कर आतंकी लेते है रूट की एक-एक जानकारी

श्रीनगर: जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में गिरफ्तार 27 से ज्यादा आतंकियो और उनके मददगारों से पूछताछ में जानकारी मिली है कि आतंकी पीओकेसे घुसपैठ के लिए ऐप्स का इस्तेमाल कर रहे हैं. सुत्रों के मुताबिक इस ऐप में घुसपैठ के रास्तों की जानकारी और नेविगेशन सिस्टम अपलोड रहते हैं. आतंकी घुसपैठ के दौरान ऐप के जरिए नेविगेशन का इस्तेमाल कर जम्मू-कश्मीर में दाखिल होने की लगातार कोशिश में हैं. आतंकियों को नए-नए रास्ते से जम्मू कश्मीर में घुसपैठ कराने में ओवर ग्राउंड वर्कर मदद करते हैं.
एनआईए सूत्रों के मुताबिक अब गिरफ्तार किए गए 27 ओवर ग्राउंड वर्कर या आतंकियों ने 5 से ज्यादा आतंकी घुसपैठ के नए रूट के बारे में जानकारी दी है. घुसपैठ के रास्तों का इस्तेमाल अब तक आतंकी करते रहे हैं वो पीओके से कलाकोट, पीओके से ब्राल गली, निकेल से मनजोत, पीओके से कास नाला और पीओके से गुरसैन है.
बालाकोट में हुए इंडियन एयर फोर्स के एयर स्ट्राइक के दौरान भी जैश ए मोहम्मद के बालाकोट के कैंप में ऐसे कंट्रोल रूम की जानकारी आई थी, जिसमें ये खुलासा हुआ था कि आतंकियो को घुसपैठ के लिए ऐप के जरिए मदद की जा रही है.
जम्मू कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ सुरक्षा बल लगातार ऑपरेशन कर उनके सफाई में लगे हुए हैं. वहीं लाइन आफ कंट्रोल और इंटरनेशनल बॉर्डर पर कड़ी सख्ती के चलते आतंकी देश में घुसने में कामयाब नहीं हो पा रहे हैं. जब भी आतंकी लाइन ऑफ कंट्रोल को पार करने की कोशिश करते हैं वह सेना के साथ मुठभेड़ में मारे जाते हैं. ऐसे में पाकिस्तान कश्मीर घाटी में घटते आतंकियों की संख्या से परेशान है.
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से यह जानकारी मिल रही है कि पाकिस्तान ने आतंकियों के घुसपैठ का एक नया प्लान तैयार किया है. आतंकी भारत-पाकिस्तान सीमा व एलओसी पर बने नदी नाले का रेकी कर रहे हैं, जिससे वह अपने गोताखोरों या फिर पानी के अंदर से आतंकियों को पार करा सकें.
खुफिया एजेंसियों के सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान की नेवी और पाकिस्तान की सेना लश्कर समेत कई आतंकी गुटों को वॉटर कॉम्बैट ट्रेनिंग दे रही है यानी समुद्र हो या फिर नदी या फिर छोटे-मोटे नाले, उसके जरिए घुसपैठ से लेकर के आतंकी हमलों का इस्तेमाल किया जाए.
26/11 हमले के दौरान यह देखा गया था कि लश्कर के 10 आतंकी पाकिस्तान नेवी की मदद से मुंबई में दाखिल हुए थे. हालांकि उसके बाद से भारतीय नेवी और इंडियन कोस्ट गार्ड समुद्र पर लगातार नजर रख रही है. वहीं अब इसी रणनीति के जरिए आतंकी कश्मीर घाटी में भी घुसपैठ कर सेना या सुरक्षाबलों पर हमले को अंजाम देना चाहते हैं.
एलओसी के नजदीक कृष्णा घाटी और पूंछ के इलाकों के पास स्थित नालों के जरिए आतंकी घुसपैठ की कोशिश में हैं. इसके लिए आईएसआई ने आतंकियों के एक ग्रुप को वॉटर कॉम्बैट ट्रेनिंग दी है. जानकारी के मुताबिक लाइन ऑफ कंट्रोल और इंटरनेशनल बॉर्डर के आसपास जम्मू-कश्मीर में 13 छोटे नाले हैं, जिनके जरिए आतंकी घुसपैठ का ज्यादा खतरा है. यही वजह है कि बीएसएफ और दूसरे सुरक्षाबलों की निगरानी और सर्विलांस इस पूरे इलाके में बढ़ा दी गई है.