खाना खाने के बाद वॉक डाइजेशन और डायबिटीज दोनों के लिए जरूरी
चूंकि खाना खाने के बाद वॉक करने से डाइजेशन में तेजी आती है इसलिए जितनी तेजी से भोजन पेट से छोटी आंत में जाता है उतनी ही जल्दी आपको सूजन, गैस और एसिड रिफ्लक्स जैसी सामान्यों से निजात मिलती है. कई अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि खाने के बाद 30 मिनट की नियामित वॉक आंतों की कार्य प्रणाली में सुधार करती है, साथ ही कब्ज की समस्या को भी कम करती हैं.
रिसर्च कहती है कि खाने के बाद वॉक न सिर्फ पाचन को दुरुस्त करती है बल्कि टाइप -2 शुगर के मरीजों को फायदा भी पहुंचाती है. न्यूजीलैंड के ओटागो विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं के मुताबिक खाना खाने के बाद ग्लूकोज का स्तर बढ़ जाता है. इस ग्लूकोज के बढ़े हुए स्तर को नियंत्रित करने के लिए इंसुलिन का स्राव होता है लेकिन टाइप -2 शुगर वाले मरीज में इंसुलिन सही तरह से काम नहीं करता. इसलिए जब वह खाना खाने के बाद टहलते हैं, तो तो ग्लूकोज का ज्यादातर हिस्सा ऊर्जा के रूप में शरीर में खर्च हो जाता है. इससे डायबिटीज मरीजों के ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ नहीं पाता है. अध्ययन में कहा गया है कि जो लोग कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन का सेवन ज्यादा करते हैं, उन्हें खाने के बाद निश्चित रूप से वॉक करना चाहिए, खाने के बाद टहलने से ग्लूकोज का उपयोग बॉडी की गतिविधियों के लिए ऊर्जा उत्पन्न करने में किया जाता है, जिससे रक्त में ग्लूकोज के स्तर को कम करने में मदद मिलती है.