क्रिप्टोकरेंसी(cryptocurrency) निवेशकों की संख्या में मामले में भारत सबसे आगे

सिंगापुर. क्रिप्टोकरेंसी (cryptocurrency) जैसे-जैसे वैश्विक एसेट में शुमार होती जा रही है, वैसे-वैसे निवेशक अपनी वेल्थ बढ़ाने के लिए इस डिजिटल एसेट की ओर गंभीरता से देखने लगे हैं. कारण यह है कि इसमें निवेश करने वालों को काफी अच्छा रिटर्न मिला है. आइए, एक नजर उन देशों पर डालते हैं, जहां सबसे ज्यादा क्रिप्टो होल्डर्स हैं.
2021 कई मायनों में डिजिटल एसेट के लिए ब्रेकआउट वर्ष था क्योंकि बिटकॉइन का मार्केट कैप 65,000 डॉलर के लाइफटाइम हाई पर पहुंच गया था. क्या आपने कभी सोचा है कि इस क्रिप्टोकरेंसी में उबाल के लिए सबसे अधिक योगदान कौन देता है? आइए, सिंगापुर की क्रिप्टो पेमेंट सर्विस ट्रिपल-ए के आंकड़ों के हिसाब से 2021 की तीसरी तिमाही में सबसे अधिक क्रिप्टो होल्डर्स वाले देशों पर एक नजर डालते हैं
नंबर 5 ब्राजील: ब्राजील लैटिन अमेरिका का सबसे बड़ा क्रिप्टोकरेंसी बाजार है. 2021 में वहां करीब 10 मिलियन क्रिप्टो होल्डर्स थे, जो उसकी आबादी का लगभग 4.9 फीसदी था. हालांकि यह संख्या और बढ़ेगी क्योंकि ब्राजील के सांसदों ने क्रिप्टोकरेंसी को वैध और विनियमित करने पर जोर दिया है.
नंबर 4 रूस: आंकड़ों से पता चलता है कि 17 मिलियन क्रिप्टो होल्डर्स के साथ रूस लिस्ट में चौथे नंबर पर है. ब्लूमबर्ग के आंकड़ों के अनुसार, रूसियों के पास 16.5 ट्रिलियन रूसी रूबल से अधिक के क्रिप्टो हैं. यह 200 बिलियन डॉलर या दुनिया की होल्डिंग का 12 फीसदी हिस्सा है.
नंबर 3 नाइजीरिया: यह अफ्रीकी देश 33.4 मिलियन क्रिप्टो होल्डर्स के साथ दुनिया में तीसरे नंबर पर है. खास बात यह है कि इसमें निवेश करने वालों में 50 फीसदी महिलाएं हैं. KuCoin की “इनटू द क्रिप्टोवर्स रिपोर्ट: नाइजीरिया एडिशन 2022” से यह जानकारी मिली है. जेमिनी के सर्वेक्षण के आंकड़े यह भी बताते हैं कि आने वाले वर्षों में यह संख्या काफी बढ़ सकती है.
नंबर 2 अमेरिका: ट्रिपल-ए ने 2021 में 27 मिलियन क्रिप्टो होल्डर्स के साथ अमेरिका को दूसरे नंबर पर रखा. बैंक ऑफ अमेरिका ने क्रिप्टो होल्डर्स की संख्या में भारी वृद्धि की भविष्यवाणी की. उसने कहा है कि 2022 तक करीब 27 फीसदी आबादी या 89 मिलियन लोग क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल करेंगे.
नंबर 1 भारत: ट्रिपल-ए का दावा है कि भारतीय सबसे बड़े क्रिप्टो होल्डर्स हैं. 7 फीसदी से अधिक की आबादी के पास यह डिजिटल एसेट है. इसका अर्थ 100 मिलियन लोगों के पास यह डिजिटल एसेट है, जो 2022 की पहली तिमाही में करीब 20 फीसदी बढ़ गया.