कोरोना संकट में भारत को दी जा रही मदद की जानकारी सांसद द्वारा ली गयी

वाशिंगटन भारत में महामारी बढ़ने के दौरान सहायता के लिए लगी अमेरिकी एजेंसियों ने ताजा स्थिति की जानकारी संसद में पहुंचकर दी है। सांसदों ने इन एजेंसियों से जानकारी लेने के दौरान कहा कि मदद में शीघ्रता के लिए सेना का भी सहयोग लिया जाए। अमेरिका ने विदेश मंत्रालय सहित कई बड़ी एजेंसियों को इस काम की जिम्मेदारी सौंपी है। इनमें विदेश मंत्रालय, यूएस एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डवलपमेंट(यूएसओआइडी), हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विस (एचएचएस) और सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (सीडीसी) हैं।
कांग्रेसनल इंडिया कॉकस के अध्यक्ष सांसद ब्रैड शेर्मन ने राष्ट्रपति जो बाइडन को धन्यवाद दिया कि उन्होंने सहायता में कार्य करने वाली सभी एजेंसियों को संसद में जानकारी देने के लिए भेजा। सांसदों के साथ उक्त एजेंसियों की हुई बैठक के बाद शेर्मन ने कहा कि भारत को शीघ्रता के साथ सहायता पहुंचाई जा रही है। हमने इन एजेंसियों से कहा है कि जरूरी दवाइयां और आक्सीजन की आपूर्ति समय पर करने के लिए सेना की सहायता ली जाए। अमेरिका से भारत को सहायता देने के लिए सभी राज्य आगे आ रहे हैं। कैलीफोर्निया से ही 440 आक्सीजन सिलेंडर दिए गए हैं।
ब्रैड शेर्मन ने कहा कि मैं कोरोना संकट में फंसे भारत को मदद की जानकारी मुहैया कराने के लिए इतनी अधिक संख्या में लोगों को भेजने पर बाइडन प्रशासन की सराहना करता हूं। विदेश मंत्रालय, अमेरिका अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी, स्वास्थ्य सेवा और रोग रोकथाम केंद्र के अधिकारियों ने सांसदों को भारत को मुहैया कराई गई मदद के संबंध में जानकारी दी। इस बैठक की सह-मेजबानी कांग्रेशनल इंडिया कॉकस के रिपब्लिकन अध्यक्ष एवं सांसद स्टीव चाबोट ने की।
ब्रैड शेर्मन ने कहा कि मैं भारत को कुशल एवं प्रत्यक्ष तरीके से समय पर राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन और अपने सहकर्मियों के साथ मिलकर काम करने को इच्छुक हूं। उन्होंने यूएसएड से अपील की कि वह भारत में अतिरिक्त चिकित्सा आपूर्ति तत्काल पहुंचाने के मकसद से उड़ानों के लिए अमेरिकी सेना को उपलब्ध कराए। वहीं सांसद चाबोट ने कहा कि अमेरिका कोरोना महामारी की दूसरी लहर से निपटने में भारत की मदद करना चाहता है। अधिकारियों की ओर से कॉकस को बताया कि अमेरिका ने भारत को छह दिन में छह विमानों के जरिए मदद पहुंचाई है।