कुशीनगर के पडरौना नगर पालिका परिषद क्षेत्र में टीकाकरण का चला अभियान
कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में वैश्विक महामारी कोरोना के खिलाफ चलाये जा रहे टीकाकरण महाभियान को पडरौना नगर में गति देते हुए नगरपालिका अध्यक्ष विनय जायसवाल के नेतृत्व में समस्त सभासदों के सहयोग से नगरपालिका पडरौना व स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त टीम द्वारा पूरे नगरक्षेत्र में हर व्यक्ति के टीकाकरण हेतु व्यापक अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत हर वार्ड में प्रतिदिन कैम्प लगाकर 45 वर्ष से अधिक आयु वाले समस्त नागरिकों का निःशुल्क टीकाकरण किया जाएगा। इसी क्रम में आज नगरपालिका अध्यक्ष विनय जायसवाल द्वारा नगर के क़ानूटोला वार्ड के प्राथमिक कन्या विद्यालय में बने टीकाकरण केंद्र का उद्घाटन किया गया!
नगरक्षेत्र में आने वाले सभी वार्डों में सभी सभासदों के सहयोग से कैम्प लगाकर टीकाकरण अभियान चलाया जाना है। नपाध्यक्ष ने 45 वर्ष से अधिक आयु वाले सभी नागरिकों से मास्क व सामाजिक दूरी का ख्याल रखते हुए टीकाकरण करवाये जाने की अपील करने के साथ 18-44 आयुवर्ग में आने वाले युवाओं से भी आग्रह किया कि वो अपना पंजीकरण ऑनलाइन कोविन अथवा आरोग्य सेतु एप्प पर करवा लें।
इसके अलावा अध्यक्ष जायसवाल ने शाम 7 से सुबह 7 के बीच चल रहे कोरोना कर्फ्यू व शनिवार व रविवार को होने वाली साप्ताहिक बन्दी का सभी से पालन करने की अपील करते हुए सभी से बढ़ चढ़कर टीकाकरण में भाग लेने का निवेदन भी किया। नगरपालिका कम्यूनिटी किचन द्वारा चलाये जा रहे रोटीबैंक का जिक्र करते हुए नपाध्यक्ष ने बताया कि मा० मुख्यमंत्री की प्रेरणा से निराश्रितों को दोपहर व शाम के भोजन की निःशुल्क व्यवस्था नगरपालिका प्रशासन द्वारा लॉकडाउन के प्रथम दिन से ही कि जा रही है जोकि अनवरत चलती रहेगी। निकाय द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं को दोहराते हुए उन्होंने बताया कि टोल फ्री नम्बर 1800-270-9999 के माध्यम से आमजन कभी भी कोरोना के इलाज आदि हेतु कोविड-वैन की निःशुल्क सेवा का लाभ ले सकते हैं साथ ही मेडिकल किट की सुविधा भी निःशुल्क उपलब्ध है। इसके अलावा प्रतिदिन पूरे नगरीय क्षेत्र में होने वाली विशेष सेनेटाइजेशन, फॉगिंग व विशेष साफ-सफाई का जिक्र करते हुए नपाध्यक्ष ने इसे आने वाली बरसात तक अनवरत चलते रहने का आश्वासन भी दिया। ज्ञात हो कि नपाध्यक्ष द्वारा पूर्व में ही आमजन के हित को देखते हुए नगरपालिका द्वारा कराई जा रही दैनिक वसूलियों पर अगले आदेश तक प्रतिबन्ध लगा दिया गया था। जिससे रोजमर्रा की जिंदगी व गरीबी रेखा से नीचे जीवनयापन करने वाले वर्ग को काफी राहत मिली थी।